
उदयपुर, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पहलगाम में आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देशभर में पाकिस्तानी वीजा रद्द कर दिए। उदयपुर में भी पुलिस-प्रशासन ने इस पर निगरानी शुरू कर दी है। उदयपुर में ट्यूरिस्ट व मेडिकल वीजा पर एक भी पाकिस्तानी पर्यटक नहीं है। हालांकि, लॉन्ग टर्म वीजा (एलटीवी) पर 109 जने हैं जिनमें 13 मुस्लिम और 96 हिन्दू विस्थापित हैं। इन सभी पर प्रशासन ने निगरानी रख रखी है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा वीजा पर आए पाकिस्तानी पर्यटकों को गंभीरता से लिया गया। जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता ने भी जिले भर के उपखंड अधिकारियों को सरकार के निर्देशों से अवगत कराते हुए पाकिस्तानी पर्यटकों को ढूंढ़कर निकालने के आदेश दिए। खंगालने पर उदपयुर में पाकिस्तानी पर्यटक नहीं मिला। बताया गया पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों के मारे जाने की घटना के बाद से ही उदयपुर शहर की होटलों की हर रोज पुलिस व प्रशासन द्वारा तलाशी ली गई। साथ ही ऐसा कोई भी संदिग्ध पर्यटक या यात्री के होटल में आने व ठहरने के बारे में होटल संचालक व प्रबंधन को जानकारी देने के बाद सख्त हिदायत भी दी गई।
सीआईडी (एसएसबी) जोन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं विदेशी पंजीयक अधिकारी डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि उदयपुर में न तो ट्यूरिस्ट वीजा पर और न ही मेडिकल वीजा पर आया हुआ पाकिस्तानी पर्यटक है। ऐसे में यहां से डिपोर्ट जैसी स्थिति भी नहीं बनती।
अब तक 319 को मिली भारतीय नागरिकता
उदयपुर में पाकिस्तान से आकर रह रहे विस्थापित शरणार्थियों को एलटीवी की प्रक्रिया से गुजरने के बाद सरकार द्वारा भारतीय नागरिकता भी प्रदान की जाती रही है। इसके लिए समय-समय पर उदयपुर में प्रशासन द्वारा सरकार के निर्देश पर कैम्प भी लगाए जाते रहे हैं। उदयपुर में अधिकांश पाक शरणार्थी पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आए हुए हैं। वर्ष 1994 से 2024 तक सरकार की सारी औपचारिकताएं पूरी करने वाले 319 शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करते हुए प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता
