लखनऊ, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) । उप्र पुलिस में सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में सेंध लगाने का प्रयास करने वाले 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन सॉल्वर हैं। परीक्षा से पूर्व 94 अभ्यर्थियों के दस्तावेज संदिग्ध पाए गए, हालांकि उन्हें परीक्षा देने दी गई। उनके दस्तावेजों की स्क्रूटनी उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा की जाएगी।
पुलिस मुख्यालय की ओर मिली जानकारी के मुताबिक, भर्ती परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करने और दूसरे की जगह परीक्षा देने का प्रयास करने के मामले में 11 लोगों को मुकदमा दर्ज किया है। इस दौरान 13 लोगों को गिरफ्तार किए गये।
सहारनपुर में सर्वाधिक चार अभ्यर्थी पकड़े गए, जिनमें राजस्थान के धौलपुर निवासी जितेंद्र सिंह, बागपत निवासी प्रभात तोमर, मेरठ निवासी प्रशांत किशोर और बुलंदशहर निवासी सतीश है। मेरठ में परीक्षा केंद्र से तीन अभ्यर्थी, जिसमें प्रशांत कुमार, बिजनौर निवासी रणवीर सिंह और प्रवेंद्र सिंह को फर्जी दस्तावेजों के जरिए परीक्षा देने के प्रयास के दौरान पकड़ा गया है।
एटा में आगरा निवासी अतुल भदौरिया को अपने भाई नितिन के स्थान पर परीक्षा देते हुए और फिरोजाबाद निवासी अजय कुमार को फर्जी दस्तावेज बनाकर वास्तविक अभ्यर्थी अमित कुमार के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा है। जौनपुर में मऊ निवासी अभय मद्धेशिया को आधार कार्ड और प्रवेश पत्र में अलग-अलग जन्मतिथि होने एवं फतेहपुर निवासी रागवेंद्र प्रताप वर्मा को अभ्यर्थी वीरेंद्र कुमार के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है। कानपुर में छावनी थाना क्षेत्र के परीक्षा केंद्र से मैनपुरी निवासी प्रदीप कुमार को फर्जी दस्तावेज मिलने पर गिरफ्तार किया गया है।
(Udaipur Kiran) / दीपक वरुण