
इन्दौर, 07 जून (Udaipur Kiran) । इंदौर में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही है। यहां शनिवार को कोरोना के 12 नए मरीज मिले हैं। नए मरीजों में छह पुरुष और छह महिलाएं शामिल हैं, जिनकी उम्र 18 से 72 वर्ष के बीच है। इसके साथ ही इंदौर में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है।
इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार को प्राप्त रिपोर्ट में 12 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से चार मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। जबकि अन्य की गोवा, दिल्ली, पुणे और वियतनाम की ट्रैवल हिस्ट्री है। संक्रमित महिलाओं में से एक इंदौर में एक शादी समारोह में शामिल हुई थी, जबकि एक 18 वर्षीय महिला मरीज से स्वास्थ्य विभाग का अभी संपर्क नहीं हुआ है।
उन्होंने बताया कि इस तरह इस साल इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या 50 हो गई है। इनमें से 9 दूसरे शहरों के हैं। शनिवार को मिले कोरोना संक्रमित मरीजों में एक नीमच का है। उसे कैंसर भी है। इसके चलते वह अरबिंदो अस्पताल में भर्ती है। शेष मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
बता दें कि इंदौर में कोरोना पॉजिटिव एक गर्भवती महिला की गुरुवार को मौत हो गई थी। वह डिलीवरी के लिए इंदौर आई थी। उसे सरकारी एमटीएच में भर्ती किया था। सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि महिला कोरोना पॉजिटिव थी, पर मौत का कारण कोरोना नहीं है। उन्होंने बताया कि सिजेरियन डिलीवरी के दौरान उसकी हालत बिगड़ी तो उसे सरकारी एमआरटीबी हॉस्पिटल रेफर किया। उसे सीजर के दौरान हुए कॉम्पलिकेशन सहित दूसरी तकलीफ थीं।
दरअसल, 44 वर्षीय यह महिला अपनी तीसरी डिलीवरी के लिए एमटीएच में भर्ती हुई थी। उसकी 25 मई को डिलीवरी हुई और एक स्वस्थ बच्चा पैदा हुआ। फिर 5 जून को वह कोरोना पॉजिटिव हुई। इस बीच उसकी हालत बिगड़ी तो उसे एमआरटीबी रैफर किया गया था। इसी दिन उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर बच्चा स्वस्थ है। उसे गायनिक संबंधी भी तकलीफ थी। इसके पहले अप्रैल में एक निजी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत हुई थी। उसे भी दूसरी बीमारियां थीं। इस तरह इंदौर में इस साल कोरोना पॉजिटिव दूसरे मरीज की मौत हुई है और दोनों ही महिलाएं हैं।
सीएमएचओ के मुताबिक, मौजूदा सक्रिय मरीजों की हालत बिल्कुल ठीक है। ये सभी होम आइसोलेट हैं। स्वास्थ्य विभाग हर पॉजिटिव मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री की निकाल रहा है। जिनकी भी ट्रैवल हिस्ट्री मिली है उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग निकाली जा रही है। इसके साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों के भी सेंपल लिए जा रहे हैं।
पिछले दिनों मध्य प्रदेश में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट की नई सब लाइनेज की पुष्टि हुई थी। यह पुष्टि पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में कराई गई जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए हुई थी। इंदौर के सात कोविड पॉजिटिव मरीजों की व्होल जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट में दो सब लाइनेज XFG और LF.7.9 पाए गए हैं। ये वर्तमान में राज्य में सक्रिय हैं।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि कोविड के जितने भी केस आ रहे हैं उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी टेस्ट आरटीपीसीआर से हो यह सुनिश्चित किया गया है। चूंकि सभी मरीजों में हल्के लक्षण पाए गए हैं, इसलिए घबराने या पैनिक जैसी स्थिति नहीं है। सारी स्थिति पर नजर है।
कलेक्टर का कहना है कि मरीज चाहे होम आइसोलेशन में हो या अस्पताल में, उसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। हालांकि अभी तक जितने भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए उनमें से अप्रैल में दो मरीज एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट थे। उन्हें दूसरी बीमारियां भी थीं। इनमें से एक महिला की मौत हो गई थी। सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि अभी केस 10 एक्टिव हैं। सभी होम आइसोलेट हैं और हालत अच्छी है।
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(Udaipur Kiran) तोमर
