दुमका, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) ।रोजगार को तमिलनाडू गए दुमका के 11 मजदूरों को बंधक बनाने का मामला रविवार को सामने आया है। बंधक बनाए गए सभी मजदूर जिले के रामगढ़ प्रखंड के विभिन्न पंचायत व गांव के आदिवासी एवं पहाड़िया समुदाय से है।
बंधक बने मजदूरों के परिजनों से कॉल कर पैसे की मांग की जा रही है। परिजनों ने आवेदन देकर जिला प्रशासन व मुख्यमंत्री से मजदूरों के सकुशल घर वापसी की गुहार लगायी है। भाजपा नेता सह सरसाबाद मुखिया राजू पुजहर के नेतृत्व में बंधक बने मजदूरों के परिजनों ने एसपी पितांबर सिंह खेरवार को आवेदन सौंप जिला प्रशासन एवं सीएम से न्याय की गुहार लगाया है। यहां बता दें कि चार दिन पूर्व दुमका एवं गोड्डा के कुल 11 मजदूर कपड़े के मील में काम करने के लिए तमिलनाडु गए थे। जहां उन्हें बंधक बना मारपीट करते हुए उनसे रुपये की मांग की जा रही है।
इसकी सूचना मजदूरों ने अपने परिजनों को दी तो इसमें एक परिवार ने ऑनलाइन 15 हजार रुपये का भुगतान भी कर दिया। लेकिन उसे अब तक छोड़ा नहीं गया है। परिजनों ने एसपी से मिलकर सारी बात बताते हुए परिजनों को छुड़ाने का आग्रह किया है। बंधक बने मजदूरों में दीपक पहाड़िया, शंकर पहाड़िया, राजू पहाड़िया, नोरेन सोरेन, जोगेश सोरेन, मुंशी मुर्मू और राजकिशोर पहाड़िया है। सभी मजदूर रामगढ़ प्रखंड के अमड़ापहाड़ी गांव निवासी मुंशी मुर्मू के साथ तमिलनाडु गए थे।
दुमका जिले और सीमावर्ती रामगढ़ प्रखंड के अमड़ापहाड़ी, सिंदरीजोला, कैरासोल, गरदापहाड़ी, गादी कौरैया गांव के 11 मजदूर शामिल है। चार दिन का सफर तय कर आज सुबह मजदूर पहुंचे ही और चंद घंटे के बाद उन्होंने अपने परिवार वालों को फोन किया कि हमें कुछ लोगों ने यहां बंधक बना लिया है। हमें यह नहीं पता चल पा रहा है कि हम कहां हैं। ये लोग हमारे साथ मारपीट कर रहे हैं और पैसे की मांग कर रहे हैं। इसी बीच इन युवकों को बंधक बनाने वाले लोगों ने परिवार वालों को एक मोबाइल नंबर दी और कहा कि तुम लोग इसमें रुपए भेजोगे नहीं तब तक सभी हमारे कब्जे में रहेंगे। उन्होंने किसी से 15 हज़ार तो किसी से 40 हज़ार रुपये की मांग की। इसमें दीपक पहाड़िया के परिजनों ने मोबाइल नंबर 90641 37437 पर 15 हज़ार रुपये भेज भी दिया, लेकिन उन लोगों ने दीपक को अब तक नहीं छोड़ा। बंधक मजदूरों के रिहाई के बदले 1.20 लाख रूपये की अपहरणकर्त्ताओं ने मांग किया है।
परिजन से सारी बात सुन एसपी पितांबर सिंह खेरवार ने कहा कि इनके कुछ लोग काम करने के लिए तमिलनाडु गए थे। जहां उन्हें बंधक बनाया गया है। हमलोग उनकी रिहाई के लिए प्रयास में जुट गए हैं और अगर जरूरत पड़ी तो दुमका पुलिस टीम तमिलनाडु भी जायेगी।
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(Udaipur Kiran) / नीरज कुमार / शारदा वन्दना