फतेहपुर, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा० सुरेश कुमार के निर्देश पर डीईआईसी प्रबन्धक विजय सिंह व उनकी टीम बच्चों को चिन्हित कर जनपद में चिन्हित जन्मजात रोग दोष पीड़ित बच्चों का निःशुल्क उपचार सुनिश्चित कराने के लिए कार्य कर रहे हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव नयन गिरि ने बताया कि जिले के 102 से भी अधिक बच्चों का इलाज मेडिकल कालेज व स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से निःशुल्क कराया जा रहा है। बच्चों के दिल में छेद, रीढ़ की हड्डी में फोडा, जुडा न होना, आँखों का मोतियाबिन्द, गूँगे-बहरे बच्चे, होठ व तालु कटा होना, कूल्हे बराबर न होना, पैरों तलवे का अन्दर की ओर मुडे होना, जन्मजात बच्चो में मानसिक विकार आदि हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा चलाये जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से जन्मजात दोषों के अतिरिक्त 42 बीमारियों की स्क्रीनिंग की जाती है। जिससे की जल्द से जल्द उचित एवं निःशुल्क उपचार प्राप्त कराया जा सके। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मोबाइल हेल्थ टीमों द्वारा जिसमें प्रत्येक टीम से 2 डाक्टर व 2 पैरामेडिकल उपलब्ध है, उनके द्वारा जनपद के प्रत्येक सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय व आगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण कर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। पीड़ित बच्चों के उपचार के बारे जागरूकता बढ़ाने के लिए आरबीएसके, आशा कार्यकर्ताओं, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों आदि के साथ मिलकर काम कर रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला अस्पतालों में प्रत्येक शुक्रवार साप्ताहिक क्लबफुट क्लीनिक का संचालन कर पीड़ित बच्चों का इलाज किया जाता है। जन्मजात विकृति क्यों होता है, इसका कोई विशिष्ट कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्भावस्था के दौरान ड्रग्स का सेवन और धूम्रपान करने की वजह से नवजात में जन्मजात दोष होने की संभावनाए बढ़ जाती है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यकम की टीमों द्वारा जनपद फतेहपुर में अनीमिया की रोकथाम के लिए प्राइमरी विद्यालयों में आयरन पिंक (45एम.जी.) गोलियां व इण्टर कालेजों में आयरन (60 एम.जी.) गोलियां खण्ड शिक्षा अधिकारी व इण्टर कालेजों में प्राप्त करायी जाती है, जिसको साप्ताहिक एक गोली का उपभोग विद्यालयों में अध्यापकों के माध्यम से किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र कुमार