– संभल में बीते नवंबर में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई थी हिंसा
मुरादाबाद, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के संभल जिले में बीते नवंबर में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग की टीम ने मंगलवार को हिंसाग्रस्त इलाके का दौरा किया। आयोग ने अधिकारियों और स्थानीय लोगों से बात कर घटनाक्रम की जानकारी ली। जांच आयोग में हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश डीके अरोरा, पूर्व डीजीपी एके जैन और पूर्व अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद शामिल रहे।
संभल की जामा मस्जिद में 24 नवम्बर 2024 को सर्वे के दौरान तीन स्थानों पर हिंसा और बवाल हुआ था। पहली हिंसा जामा मस्जिद के नजदीक हुई थीा, जहां पांच लोगों की जान गई थी। दूसरा बवाल नखासा तिराहे पर हुआ था, जहां पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी। इसके बाद तीसरी हिंसा हिंदूपुरा खेड़ा में हुई था, जहां पुलिस के अधिकारियों पर जानलेवा हमला किया गया था।
राज्य सरकार के निर्देश पर गठित जांच आयोग की टीम ने मंगलवार को संभल जाने से पूर्व मुरादाबाद के सर्किट हाउस में मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह और पुलिस उपमहानिरीक्षक मुनिराज जी के अलावा मुरादाबाद मंडल और जिला स्तरीय अन्य अधिकारियों से इनपुट लिए। इसके बाद घटनास्थल का एक घंटे निरीक्षण किया। उसके बाद पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस जाकर सुनवाई की। सुनवाई के बाद आयोग जांच रिपोर्ट तैयार करेगा।
संभल बवाल के दौरान हुई हिंसा और पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने हाल ही में एक आरोपित मुल्ला अफरोज को दो दिन पहले गिरफ्तार किया है। इस घटना में अभी तक 72 उपद्रवी गिरफ्तार हो चुके है। बवाल से जुड़े कई नामजद और संदिग्ध आरोपित अभी फरार है। कुछ फरार आरोपितों के गैर जमानती वारंट जारी भी हो चुके हैं। इसमें ज्यादातर लोग वर्तमान में जिले से फरार हैं। पुलिस जांच के दौरान यह खुलासा हुआ है कि नवंबर माह में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए बवाल की साजिश विदेश में रची गई।
(Udaipur Kiran)