Uttar Pradesh

 श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए पेइंग गेस्ट और होम स्टे को लेकर प्रशासन गंभीर

जिलाधिकारी की बैठक

—जिलाधिकारी ने पेइंग गेस्ट संचालकों की मान्यता को लेकर की बैठक,मान्यता के लिए एक माह की समय सीमा निर्धारित

वाराणसी,12 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । प्रयागराज महाकुंभ से काशी आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की जरूरतों को देखते हुए जिला प्रशासन गंभीर है। होटलों और धर्मशालाओं के साथ गेस्ट हाउसों में भी जगह फुल होने की दशा में जिला प्रशासन उनके ठहरने के लिए पेइंग गेस्ट और होम स्टे का विकल्प भी खुला रख रहा है। गुरुवार को जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने पेइंग गेस्ट व होम स्टे की मान्यता को लेकर अफसरों के साथ बैठक की। बैठक में पेइंग गेस्ट,होम स्टे की मान्यता को लेकर विमर्श के बाद इसके लिए आवेदन से एक महीने का समय निर्धारित किया गया। बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर सहमति भी बनी। जिलाधिकारी ने कहा कि पेइंग गेस्ट / होम स्टे की मान्यता को लेकर पर्यटन विभाग कोई फाइल अनावश्यक रूप से पेंडिंग न रखे। सभी निर्धारित विभाग जिसमें पर्यटन, एलआईयू, सम्बन्धित थाना, विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम को मान्यता के लिए आवेदन समानांतर रूप से चलाने को कहा गया। जिलाधिकारी ने कहा कि आवेदन के साथ पावती जरूर दिया जाये। मान्यता के नियम तथा शर्तों के उल्लंघन पर कोई ढिलाई नहीं बरतते हुए संबंधित स्टे हॉउस को सील किया जायेगा। इसके लिए विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम को उचित जांच करना होगा । जिलाधिकारी ने एडीएम प्रोटोकाॅल को शहर में स्थित सभी होटलों, धर्मशालाओं, पेइंग गेस्ट, होम स्टे से संबंधित पूरी लिस्ट, कमरों की संख्या, फोन नंबर सहित देने को निर्देश दिया। ताकि आगामी कुम्भ के दृष्टिगत आने वाली बड़ी श्रद्धालुओं की संख्या के हिसाब से ठहरने की उचित व्यवस्था की जा सके। बताते चलें कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के नव्य और भव्य विस्तारित रूप के बाद पिछले तीन सालों से शहर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुओं के चलते नगर के खास कर गंगा किनारे के होटल और गेस्टहाउस,धर्मशालाएं फुल रहती हैं। इसे देखते हुए गंगा किनारे और गलियों में स्थित भवनों के स्वामी अपने घरों में पेइंग गेस्ट रखते हैं। बैठक में एडीएम प्रोटोकाॅल, सचिव विकास प्राधिकरण, उपनिदेशक पर्यटन, नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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