—तीन दिवसीय मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन,प्रयागराज महाकुंभ की मिली झलक
वाराणसी,25 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर बुधवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मालवीय भवन में फूलों की वादियों सरीखा नजारा दिखा। अवसर रहा तीन दिवसीय वार्षिक मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी का। फूलों की भीनी—भीनी सुगन्ध के बीच प्रदर्शनी का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलगुरू (रेक्टर) प्रो. संजय कुमार और वाराणसी के वन सरंक्षक आईएफएस डॉ. रवि कुमार सिंह ने किया। अतिथियों का स्वागत इंचार्ज उद्यान एवं सचिव पुष्प प्रदर्शनी समिति प्रो. सरफराज आलम ने किया।
मालवीय भवन में रंग बिरंगे फूलों की बिखरी छटा के बीच प्रदर्शनी में प्रयागराज महाकुंभ की झलक भी दिखी तो फूलों से बने महामना की अनुकृति आकर्षण का केन्द्र रही। प्रदर्शनी में फूलों के राजा गुलाब खुशबुओं से इठला रहे थे तो रजनीगंधा और चमेली की भीनी खुशबू ,गुलदावदी भी वातावरण में छायी रही।
मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी में गुलदावदी के गमले एवं फूलों के संग्रह, कोलियस, विभिन्न प्रकार के शोभाकारी पौधे एवं रंगीन पत्तियों के समूह लगाए गए हैं। गुलदावदी के कटे फूल, गुलाब के कटे फूल, लीलियम, जरबेरा, कार्नेशन, ग्लैडियोलस, रजनीगंधा, बर्ड ऑफ पैराडाइज गेंदा, गुलाब आदि पुष्पों के गमले लोगों को भा रहे हैं। इसके अलावा फल एवं सब्ज़ियां, मसाले व औषधीय पौधे, जैविक फलदार पौधे, जैविक शाकभाजी, चूल्हा, विभिन्न पुष्पों से सुसज्जित रंगोली, सुकर्तन कला (टॉपियरी) बोनसाई और हरी पत्तियों के संग्रह,कलात्मक पुष्प-सज्जा मंडप,गेंदे के फूलों से बनी महामना की झांकी भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं । प्रदर्शनी का समापन 27 दिसम्बर को होगा। समापन समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सुधीर जैन भी शामिल होंगे।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी