लखनऊ, 14 दिसंबर (हि.स. )। बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने विगत वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु संचालित ऑपरेशन कायाकल्प, छात्र-छात्राओं के कक्षानुरूप दक्षताओं हेतु संचालित निपुण भारत मिशन, डिजिटल लर्निंग हेतु स्थापित किये जाने वाले स्मार्ट क्लास व आई०सी०टी० लैब्स एवं मानव सम्पदा पोर्टल जैसे कार्यक्रमों के फलस्वरूप बेसिक शिक्षा विभाग में सकारात्मक परिवर्तन आया है, जिसे पूरा प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरा राष्ट्र भी महसूस कर रहा है, किन्तु अभी हमें और भी आगे जाना है। ये बातें बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहीं।वह बेसिक शिक्षा विभाग, उ०प्र० द्वारा इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान के मरकरी हॉल में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर अनेक महत्वपूर्ण विभागीय योजनाओं का लोकार्पण, शुभारम्भ करने के साथ-साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं, अध्यापकों व अधिकारियों को पुरस्कृत व सम्मानित कर विभागीय कर्मियों के बीच एक सकारात्मक संदेश प्रसारित करने का प्रयास किया गया।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का उच्चीकरण, पी०एम०श्री० विद्यालय, मुख्यमंत्री कम्पोजिट विद्यालय, मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय आदि के माध्यम से हम इस दिशा में आगे की ओर कदम बढा चुके हैं। उन्होंने प्रदेश के शैक्षिक परिदृश्य को बेहतर बनाने में योगदान देने वाली सी०एस०आर० संस्थाओं के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग को नयी ऊँचाईयों पर पहुँचाने हेतु प्रयासरत सभी अध्यापकों एवं अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की गयी। कार्यक्रम में महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करने के साथ-साथ विभागीय योजनाओं की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। उन्होंने अवगत कराया कि पी०एम०श्री० योजना को प्रदेश में महत्वपूर्ण योजना का दर्जा देते हुए प्रदेश के 1565 परिषदीय विद्यालयों को उत्कृष्ट अवस्थापना सुविधाओं यथा स्मार्ट क्लास रूम, आई०सी०टी० लैब, खेलकूद सुविधा आदि से सुसज्जित किया जा रहा है। वर्तमान शैक्षिक सत्र में इन विद्यालयों में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी।
प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा एम०के० शन्मुगा सुन्दरम ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करने एवं गवर्नेन्स में सुधार हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। छात्र-छात्राओं को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के लिए डी०बी०टी० की प्रक्रिया अपनाये जाने के कारण जहाँ शिक्षकों के गुणवत्तापूर्ण समय की बचत हुयी है, जिसे वे पठन-पाठन में लगा रहे हैं। वहीं अभिभावकों को भी इस बात का संतोष है कि उनके बच्चों को सही नाप व पंसद के यूनीफॉर्म, स्वेटर, जूता-मोजा एवं स्कूल बैग आदि प्राप्त हो रहें हैं।
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय खेलों में प्रतिभाग कर चुकी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 30 बालिकाओं एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाली 05 वार्डेन एवं 05 व्यायाम शिक्षिकाओं को भी पुरस्कृत किया गया। नयी पीढ़ी में विज्ञान के प्रति अभिरूचि विकसित करने के उद्देश्य से संचालित राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अन्तर्गत आयोजित प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 12 छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर उनका मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया गया।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय