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 नेपाल में भूकंप के बाद चीनी क्षेत्र से माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई पर रोक लगाई गई

माउंट एवरेस्ट का चीन के तरफ का आधार शिविर

काठमांडू, 07 जनवरी (Udaipur Kiran) । नेपाल-चीन सीमा पर मंगलवार को शिगात्से क्षेत्र में आए शक्तिशाली भूकंप के झटके के बाद दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चीनी क्षेत्र से चढ़ाई पर चीन प्रशासन की तरफ से रोक लगा दी गई है। माउंट एवरेस्ट को चीन में माउंट कोमोलांगमा के नाम से जाना जाता है।

चीन की सरकारी मीडिया समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मंगलवार सुबह ज़िज़ांग (तिब्बत) स्वायत्त क्षेत्र में डिंगरी काउंटी में 7.1 तीव्रता के भूकंप के बाद पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए माउंट एवरेस्ट पर चीनी क्षेत्र से चढ़ाई पर अगली सूचना तक रोक लगाने का आदेश दिया गया है। तिब्बत के डिंगरी काउंटी में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए चीन की तरफ से आधार शिविर है। चीन की सरकारी मीडिया ने क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के हवाले से अब तक 53 लोगों के मारे जाने और 62 घायल होने की पुष्टि की है।

चीन-नेपाल सीमा पर स्थित माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,840 मीटर है और इसका उत्तरी खंड तिब्बत के शिगात्से क्षेत्र के डिंगरी काउंटी में स्थित है। आज सुबह जब भूकंप का तेज झटका आया तो उस समय इस क्षेत्र के मौसम का तापमान शून्य से 18 डिग्री सेल्सियस तक था। डिंगरी काउंटी ब्यूरो ऑफ कल्चर एंड टूरिज्म विभाग के अनुसार इस समय इस आधार शिविर में मुख्य रूप से सिंगापुर, मलेशिया, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों के पर्यटक मौजूद हैं और सभी के सुरक्षित होने की जानकारी दी गई है।

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(Udaipur Kiran) / पंकज दास

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