
अमरेली, 10 जनवरी (Udaipur Kiran) । अमरेली में भाजपा विधायक कौशिक वेकरिया के खिलाफ पार्टी के अंदर से चले फर्जी लेटरकांड मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक परेश धानाणी का शुक्रवार को दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। धानाणी ने 24 घंटे के धरना की घोषणा की थी, जो शुक्रवार को सुबह 10 बजे समाप्त होना था, लेकिन उन्होंने इस धरने को 24 घंटे के लिए और बढ़ा दिया है। साथ ही उन्होंने 11 जनवरी को अमरेली बंद की घोषणा की है।
फर्जी लेटर कांड में पीड़िता पायल गोट को न्याय दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस नारी स्वाभिमान आंदोलन चला रही है। इसमें पायल गोटी को गिरफ्तार करने के तौर-तरीकों, सार्वजनिक जुलूस में आरोपितों के साथ घुमाना और पुलिस कस्टडी में मारपीट का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस नेता परेश धानाणी मामले में पुलिस की संदिग्ध भूमिका को लेकर आक्रोशित हैं।
धानाणी ने कहा कि 24 घंटे बाद भी राज्य सरकार की ओर से मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, इस वजह से उन्होंने धरने को 24 घंटे के लिए आगे बढ़ा दिया है। उन्हाेंने 11 जनवरी को व्यापारियों से अमरेली बंद करने का आह्वान किया है। धानाणी ने बताया कि लेटरकांड में मुख्य आरोपित मनीष वघासिया तहसील भाजपा प्रमुख नहीं बने, इसके लिए पायल के ऊपर शिकायत दर्ज कराई गई है। धानाणी ने भाजपा विधायक कौशिक वेकरिया के नार्को टेस्ट कराने की भी मांग की है।
उन्होंने सवाल किया कि आखिर किसके इशारे पर अमरेली के एसपी और पुलिस ने लेटरकांड के आरोपितों का सार्वजनिक जुलूस निकाला था। उन्होंने कहा कि इस घटना से पूर्व राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, विधानसभा में उप सचेतक कौशिक वेकरिया और एसपी ने कितनी बार वाट्सएप पर बात की, इसकी भी जांच की जाए।
—————
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
