शिमला, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एचपीएनएलयू) ने अपने वैकल्पिक विवाद समाधान एवं व्यावसायिक कौशल केंद्र (सीएडीआर एंड पीएस) के तहत “समन्वय 2.0” अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता प्रतियोगिता 2024 की सफल मेज़बानी और समापन की घोषणा की। यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम मध्यस्थता अधिनियम, 2023 के तहत मध्यस्थता की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति सी.बी. बरोवालिया, लोकायुक्त, हिमाचल प्रदेश, और विशिष्ट अतिथि मोहम्मद उस्मा, मध्यस्थ, मिस्र की उपस्थिति में 33 टीमों ने भाग लिया, जिसमें भारत के विभिन्न राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के साथ-साथ एचपीएआईआईटी, कोलंबो और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर की अंतर्राष्ट्रीय टीमें शामिल थीं।
प्रतियोगिता का उद्घाटन एचपीएनएलयू की कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रीति सक्सेना के स्वागत भाषण से हुआ जिसमें उन्होंने समन्वय शब्द के महत्व को स्पष्ट किया और सीएडीआर एंड पीएस टीम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए बधाई दी।
प्रतियोगिता के दौरान सर्वश्रेष्ठ वार्ताकार जोड़ी का पुरस्कार पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय विधि विज्ञान विश्वविद्यालय को और सर्वश्रेष्ठ मध्यस्थ का पुरस्कार सरकारी विधि महाविद्यालय, मुंबई को प्रदान किया गया।
मोहम्मद उस्मा ने मध्यस्थता की बारीकियों पर एक व्यावहारिक प्रवचन दिया जिसमें उन्होंने सहानुभूति और सक्रिय सुनने के महत्व पर प्रकाश डाला। माननीय न्यायमूर्ति बरोवालिया ने भी मध्यस्थता में उत्प्रेरक के रूप में मध्यस्थ के कार्य और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान की प्रक्रिया पर जोर दिया।
इस वर्ष के प्रतियोगिता में एसएएम, कैंप, हम्मुराबी और सोलोमन पार्टनर्स जैसे प्रमुख संगठनों के विशेषज्ञ मूल्यांकनकर्ता शामिल थे।
समापन समारोह में, प्रो. (डॉ.) एसएस जसवाल, रजिस्ट्रार ने सभी अतिथियों का धन्यवाद करते हुए इस कार्यक्रम की सफलता में उनके योगदान की सराहना की।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला