नई दिल्ली, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी बुधवार को भारत को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय अभियान “बाल विवाह मुक्त भारत” का शुभारंभ करेंगी। विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में
‘बाल विवाह मुक्त भारत’ पोर्टल का अनावरण किया जाएगा। यह
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बाल विवाह की रोकथाम के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और बाल विवाह की घटनाओं की प्रभावी रिपोर्टिंग के अभियान के मिशन का समर्थन करेगा। अन्नपूर्णा देवी बाल विवाह के खिलाफ सामूहिक शपथ का भी नेतृत्व करेंगी। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर भी उपस्थित रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जनवरी, 2015 को शुरू की गई प्रमुख योजना ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की सफलता से प्रेरित होकर, बाल विवाह मुक्त भारत अभियान देश को बाल विवाह मुक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह योजना विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए लड़कियों और महिलाओं के बीच शिक्षा, कौशल, उद्यम और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अनिवार्य साबित होगा।
मंत्रालय के मुताबिक भारत में पिछले कुछ वर्षों में बाल मृत्यु दर, जन्म लिंग अनुपात कम करने और सभी स्तरों पर लड़कियों के नामांकन को बढ़ावा देने में सफलता मिली है। हालांकि, बाल विवाह की कुरीति अभी भी व्याप्त है, जो मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे खराब स्वरूप है। ठोस प्रयासों के बावजूद आज भी लगभग 5 में से 1 लड़की का विवाह विधि सम्मत आयु 18 वर्ष से पहले ही कर दी जाती है। यह एक ऐसी प्रथा है, जो असंगत है और लड़कियों को प्रभावित करती है। उन्हें समय से पहले पारिवारिक देखभाल में झोंक दिया जाता है और वे युवावस्था की खुशियों से वंचित रह जाती हैं और अक्सर निर्धनता की चपेट में पहुंच जाती हैं।
बाल विवाह मुक्त भारत प्रधानमंत्री के वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ की भविष्य दृष्टि से प्रेरित है। इसे तब तक हासिल करना संभव नहीं है जब तक महिलाओं और लड़कियों को जीवन के सभी क्षेत्रों में पूर्ण, समान और सार्थक भागीदारी न दी जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि उनकी जीवन यात्रा आरंभ होते ही सरकार और सामाजिक दृष्टिकोण उनके मुद्दों पर केंद्रित हो। बाल विवाह मुक्त अभियान बाल विवाह समाप्त करने और देश भर में युवा लड़कियों के सशक्तिकरण के सरकार के प्रयासों का प्रमाण है। यह प्रगतिशील और समतापूर्ण समाज सुनिश्चित कर हर बच्चे की क्षमता को पूर्णता से साकार करेगा।
कल के आयोजन में महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी बाल विवाह के विरुद्ध सामूहिक शपथ दिलाएंगी। अभियान में 25 करोड़ नागरिकों तक यह संदेश पहुंचने की उम्मीद है।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी