Uttrakhand

धार्मिक और पौराणिक परंपरा को सुरक्षित करने के लिए आगे आए युवा : उमाचरण

रामलीला मंचन करता कलाकार

पौड़ी गढ़वाल, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । श्री रामलीला मंचन एवं सांस्कृतिक समिति द्वारा आयोजित रामलीला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पूर्व विधायक और पूर्व पालिका परिषद अध्यक्ष यशपाल बेनाम तथा रामलीला समिति के संरक्षक हरीश रावत, गौरीशंकर थपलियाल ने किया।

उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि धार्मिक और पौराणिक महत्व के इस आयोजन को संरक्षित करने के लिए युवा पीढ़ी को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने समिति के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि रामलीला का 125वा मंचन इस बात को दर्शाता है कि पौड़ी की रामलीला उत्तरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसर है।

समिति के अध्यक्ष उमा चरण बर्थवाल ने समस्त जनता का आह्वान किया कि समिति को दिया गया सहयोग कलाकारों के उत्साह वर्धन के साथ ही पौड़ी रामलीला को संबल भी प्रधान करता है।

लीला गणेश वंदना जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश पहिमाम से आरंभ हुई। कैलाश पर्वत पर शिव पार्वती संवाद जब नीच निशाचर पाप करे से आरंभ होकर रावण दरबार में शुक्राचार्य द्वारा राक्षसों को दुरोपदेश देकर ऋषि मुनियों को सताना, ऋषियों से कर लेना, अयोध्या में राजा दशरथ की सभा, सुमंत दशरथ वार्तालाप, पुत्रष्ठी यज्ञ और राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न जन्म , जनक दरबार में प्रजागण का आना, राजा जनक से हल जोतने के लिए कहना, महाराजा का हल जोतते हुए सीता जन्म होने तक की लीला मंचित की गई। दशरथ सुमंत संवाद में दशरथ का गायन मेरे पुत्र नाहीं, पुत्र नाहीं , पुत्र नाहीं जी बड़ा मार्मिक रहा।

महादेव की भूमिका मे पारस, पार्वती आदित, रावण जगत किशोर बर्थवाल, दशरथ डा मदन मोहन नौडियाल,सुमंत गोपाल नेगी, शुक्राचार्य वीरेंद्र जदली, श्रृंगी ऋषि अनिल नैथानी, दूत गौतम, कैकई सुहानी नौटियाल, कौशल्या आरती बहुगुणा, सुमित्रा दीपिका चौहान, वशिष्ठ पारस, ऋषि अनिल , अंशुमन, सचिन और वंश रहे।

पार्श्व गायन गौरी शंकर थपलियाल, पुष्पा थपलियाल, उमाचरण बर्थवाल, मनोज रावत अंजुल, इंद्र मोहन चमोली, सर्वेंद्र रावत, प्रीती, कविता ममगाई, सुनंदा चमोली, सोनिका गैरोला, आशुतोष नैथानी, अंकित नेगी, गौतम, दीक्षा और सुनील रावत कर रहे हैं।

भाव नृत्य मे सुनील रावत, पावनी बहुगुणा, अदिति, कशिश, खुशी, वैभवी चमोली, वंशिका, आयुषी, निहारिका, वैभवी ममगाईं, दीक्षाऔर संध्या का रहा। नृत्य निर्देशक सुनील रावत और पावनी बहुगुणा हैं। मुख्य संगीत संयोजक गौरी शंकर थपलियाल, संगीत निर्देशक मनोज रावत अंजुल, सह संगीत निर्देशक इंद्र मोहन चमोली,रिदम प्रमेन्द्र नेगी, तपेश्वर प्रसाद, आदर्श सुंदरियाल, शिवम चंद्रा, अंशुमन बड़थ्वाल, पवन पुरोहित, समृद्धि और शार्दुल साइड रिदम ऑक्टोपैड शुभम बिष्ट ,की बोर्ड परआदित्य बड़थ्वाल जबकि बैकग्राउंड स्कोरिंग पर नवांश बहुगुणा की सराहनीय भूमिका रही। मंच निर्देशन सुबोध रावत और सह निर्देशन हिमांशु चौहान कर रहे हैं। मंच संचालन वीरेंद्र खांकरियाल ने किया।

(Udaipur Kiran) / कर्ण सिंह

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