


रांची, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कांके रोड़ मिसिर गोन्दा में बारह पड़हा जतरा कार्यक्रम हर्ष और उल्लास के साथ मंगलवार की तडके सुबह संपन्न हुई।
इस अवसर पर बारह पड़हा जतरा समिति के अध्यक्ष कृष्णा उरांव ने कहा कि आदिवासी युवाओं को अपनी परंपरा पूजा पद्धति, संस्कृति और सभ्यता को बचाने की दिशा में आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी युवाओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि पुरखों ने जिस धरोहर को हमें विरासत में दी है। उसे बचाने की जरूरत है।
इसके पूर्व जतरा में मिसिर गोन्दा मौजा के पहान बिरसा पाहन और कोटवार लक्ष्मण नायक ने जतरा देव खूंटा एवं सरना अखड़ा स्थल में पूजाकर समाज की सुःख समृधि की कामना की।
मौके पर पाहन बिरसा पाहन ने जतरा देव खूंटा में बारह मुर्गा–मुर्गी का बलि दी और मौजा के अखड़ा में एक रंगवा मुर्गा देकर गांव की सुःख शांति समृद्धि और बारह पड़हा मौजा के गांव–टोलो में खुशहाली लाने की कामना की।
मौके पर गांव के महतो राजा, जीतू लकड़ा काठ के घोड़े में सवार होकर चलफ़ा दल और कलशा दल के साथ पारंपरिक वेश भूषा एवं पारंपरिक वाद्ययंत्र ढोल नगाड़ों के साथ सभी अतिथियों का स्वागत किया।
जतरा में जयपुर से पाहन पिंकल गाड़ी के नेतृत्व में चलफा, कटहर गोन्दा से लछु पाहन के नेतृत्व में कढ़सा, कोंगे से नरेश पाहन के नेतृत्व में खोड़ा, भिठ्ठा से सोनू पाहन के नेतृत्व में परछा झंडा, टिकली टोला, चौड़ी टोला से मुन्नी खलखो के नेतृत्व में, चन्दवे से सुजय पाहन के नेतृत्व में भाला पारंम्पारिक प्रतीक चिन्ह के साथ 12 गांवों के खोड़ा मंडली जतरा में शामिल हुए।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि के रूप में विधायक सुरेश कुमार बैठा, राज्य सभा सांसद महुआ माजी, नारायण उरांव, केंद्रीय सरना समिति अध्यक्ष बबलू मुंडा, अजय तिर्की, सह संरक्षक नकुल तिर्की, शिवा कच्छप सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
