
जबलपुर, 21 जून (Udaipur Kiran) । 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आज जिले भर में स्कूलों, कॉलेजों, नगरीय निकायों, विकासखण्ड मुख्यालयों एवं ग्राम पंचायतों में योगाभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किये गये। योगाभ्यास के इन कार्यक्रमों में हजारों लोगों ने उत्साह से भागीदारी की। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिये योग की थीम पर किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योगाभ्यास योग संगम का जिले का मुख्य कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के इन्डोर हॉल में आयोजित किया गया। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों, जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कॉमन योगा प्रोटोकॉल के अनुसार योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया तथा प्राणायाम किया। सांसद आशीष दुबे, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक डॉ अभिलाष पांडे, भाजपा के नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, नगर निगम के अध्यक्ष रिकुंज विज, कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय, नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव, इनमें शामिल थे।
कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के विशाखापट्टनम (आंध्रप्रदेश) में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया। इसके साथ ही भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के संबोधन का भी सीधा प्रसारण किया गया। इसके लिये रानीताल खेल परिसर के इंडोर हॉल में एलईडी स्क्रीन लगाई गई थीं।
वैश्विक चेतना का उत्सव बन गया है योग , निरोगी रहने बनायें दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि योग हमारे ऋषि मुनियों द्वारा दिया गया वह ज्ञान है जिससे आज समूचा विश्व आलोकित हो रहा है। प्राचीन काल में योग हिमालय की कंदराओं में साधकों की साधना का माध्यम हुआ करता था, लेकिन आज यह न्यूयॉर्क की सड़कों से लेकर जबलपुर के घाटों तक और अफ्रीका के रेगिस्तान से लेकर जापान के उद्यानों तक सभी जगह अपनी छटा बिखेर रहा है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों का ही परिणाम है कि योग आज सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं बल्कि वैश्विक चेतना का उत्सव बन चुका है। प्रधानमंत्री के एक प्रस्ताव पर दुनिया के 180 देशों ने यह स्वीकार किया कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति की यह अनुपम भेंट वैश्विक सकारात्मक परिवर्तन का साधन बन सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिला मुख्यालय पर आयोजित सामूहिक योगाभ्यास के कार्यक्रम के साथ ही विकासखण्ड स्तर पर उत्कृष्ट विद्यालयों में योग के कार्यक्रम आयोजित किये गए। इसके अलावा विभिन्न संगठनों द्वारा भी जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में योगाभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किये गये।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
