
नई दिल्ली, 20 सितंबर (Udaipur Kiran News) । दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज ने कहा कि योग भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत है। वे शनिवार को सेवा पखवाड़े के अंतर्गत डीपीएस पार्क सेक्टर-24 रोहिणी में आयोजित समरसता योग आयोजन को संबोधित कर रहे थे । इस दौरान मंत्री ने युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों और योग प्रशिक्षकों के साथ यहां सामूहिक योगाभ्यास भी किया।
समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। आज 190 से अधिक देश हर वर्ष बड़े उत्साह के साथ योग दिवस मनाते हैं, जो भारत की परंपरा और प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है। उन्होंने कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि समग्र जीवन शैली है, जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करती है। साथ ही इसका अभ्यास तनाव कम करता है और लचीलापन बढ़ाता है। ध्यान और प्राणायाम से मानसिक शांति, एकाग्रता और सकारात्मकता आती है। योग से समाज में भाईचारे, अनुशासन और समरसता का वातावरण बनता है।
मंत्री रविंद्र इंद्राज कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक प्रगति और सामाजिक सद्भाव का जो वातावरण बना है, उससे योग का संदेश और प्रभाव और भी व्यापक हुआ है। योग एक ऐसा सेतु है जो विभिन्न धर्मों, जातियों और संस्कृतियों को जोड़कर समरस समाज के निर्माण में मदद करता है। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने ‘रोज़ाना योग–स्वस्थ जीवन’ का सामूहिक संकल्प लिया।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
