
नई दिल्ली, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के बेहद करीब 205.24 पहुंचने से यहां बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। हरियाणा स्थित हथनीकुंड बैराज के सभी 18 गेटों के खोले जाने और करीब 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर चेतावनी के निशान 204.5 मीटर से ऊपर बढ़कर आज दोपहर एक बजे तक 205.24 मीटर पर पहुंच गया। दिल्ली में यमुना का खतरे का निशान 205.33 है। दिल्ली सरकार का कहना है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से रविवार को जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि 19 अगस्त की सुबह दो बजे यमुना का जलस्तर 206 मीटर को पार कर सकता है। विभाग ने यमुना के घाटों को खाली करने को लेकर निर्देश जारी किए हैं।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने एक्स पोस्ट में कहा कि यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वह दिल्ली, जो हल्की-सी बरसात में ही डूब जाती है, उसके लिए यह स्थिति अत्यंत गंभीर और संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि सरकार तत्काल सभी आवश्यक सावधानियां बरतेगी। बाढ़ प्रबंधन, नालों की सफाई और आपदा राहत की तैयारियां केवल फाइलों में नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत में दिखनी चाहिए। दिल्लीवासियों का जीवन दांव पर है और यह समय सियासी बयानबाजी का नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और जवाबदेही का है।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
