
हिसार, 2 अगस्त (Udaipur Kiran) । अध्यात्मिकता के पोषक श्री तिरुपति धाम में भगवान का झूला उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। झूला उत्सव में शामिल होने और भगवान के दर्शन के लिए विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु तिरुपति धाम में उमड़ रहे हैं। पूरे विधि विधान से झूले का श्रृंगार करके भगवान के विग्रह को विराजमान करते हैं। नियमित पूजा-अर्चना के साथ झूला झुलाया जाता है। भक्तगण झूला झूलते भगवान के दिव्य दर्शन करके अभिभूत हो रहे हैं। तिरुपति धाम में हरियाली तीज के प्राकृतिक वातावरण में भगवान के झूला उत्सव की शुरुआत हुई और पूर्णिमा के दिन 9 अगस्त को यह उत्सव संपन्न होगा। तिरुपति धाम में झूला उत्सव में शिरकत करने वाले श्रद्धालुओं ने शनिवार काे धाम में स्थापित श्री वेंकटेश भगवान जी, श्री पद्मावती माता जी, श्री गोदांबा माता जी, श्री गरुड़ जी, श्री लक्ष्मी नृसिंह जी, श्री सुदर्शन जी, श्री रामानुज स्वामी जी, श्री शठकोप स्वामी जी एवं श्री हनुमान जी के मंदिरों के भी दर्शन किए। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को 42 फुट ऊंचे सोने के श्री गरुड़ स्तंभ, बलिपीठम्, श्री तिरुपति यज्ञशाला, श्री पुष्करणी व 71 फुट ऊंचे गोपुरम के दर्शन का भी अवसर मिला।तिरुपति धाम में भगवान श्री वेंकटेश जी का अभिषेक पूरे विधि-विधान से किया गया। अर्चकों ने नियमानुसार पूजा व अर्चना करके जनकल्याण की कामना की। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने भगवान वेंकटेश के दर्शन किए। विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने श्री वेंकटेश भगवान जी, श्री पद्मावती माता जी व श्री गोदांबा माता जी की स्तुति करके मन्नत मांगी। इस दौरान पूरा तिरुपति धाम जय गोविंदा, जय तिरुपति बालाजी, जय माता पद्मावती व जय माता गोदांबा के उदघोष से गुंजायमान हो उठा।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
