
जम्मू, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । विश्व कश्मीरी समाज के अध्यक्ष किरण वातल ने कश्मीर पर्यटन पर शुभेंदु अधिकारी की हालिया टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई है और इस क्षेत्र और इसके लोगों के सम्मानजनक प्रतिनिधित्व की आवश्यकता पर बल दिया है। वातल ने एक बयान में कश्मीर की 5,000 साल पुरानी सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला, जो सप्तऋषि कैलेंडर और सनातन धर्म में निहित है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि पर्यटन संबंधी चर्चा में स्थानीय समुदायों, विशेष रूप से विस्थापित कश्मीरी पंडितों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित किया जाना चाहिए।
उन्होंने विस्थापित समुदायों की सुरक्षित वापसी और पुनर्वास के लिए समाज के निरंतर प्रयासों को दोहराया और विकास योजनाओं में स्थानीय आवाज़ों को शामिल करने का आग्रह किया। वातल ने अधिकारी को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के नेतृत्व में कश्मीर आने और इसके परिवर्तन को देखने का निमंत्रण भी दिया। उन्होंने 80,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा के निवेश प्रस्तावों, एम्स, आईआईटी, आईआईएम, निफ्ट और मेडिकल कॉलेजों सहित 1.5 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के क्रियान्वयन और रिकॉर्ड 1.88 करोड़ पर्यटकों के आगमन का हवाला दिया।
वातल ने कहा कि प्रशासन द्वारा शांति के लिए किए गए प्रयास, आतंकवादी भर्ती में कमी, ऑपरेशन सिंदूर और मिशन यूथ जैसी पहलों ने क्षेत्र की कहानी को नया रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अधिकारी को कश्मीर की प्रगति और आतिथ्य का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करके, वातल को उम्मीद है कि इससे क्षेत्र की सांस्कृतिक समृद्धि और चल रहे विकास की अधिक सटीक और सम्मानजनक समझ विकसित होगी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
