
जम्मू, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । क्लस्टर एचएसएस दबलेहड़ ने भारती एयरटेल फाउंडेशन के सहयोग से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के स्थानीय क्रियान्वयन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को नीति की बेहतर समझ और उसे अपने विद्यालयों में प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए आवश्यक ज्ञान एवं कौशल से सुसज्जित करना था। प्राचार्या इर्विंदर कौर ने मुख्य संरक्षिका के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और अपने संबोधन में एनईपी 2020 को भारतीय शिक्षा व्यवस्था में एक क्रांतिकारी परिवर्तन बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला शिक्षकों को नीति की गहराई से समझ प्रदान करने और नीति को स्थानीय स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने में सहायक सिद्ध होगी।
कार्यशाला के सफल आयोजन में वरिष्ठ व्याख्याता शहनाज़ खान, अर्थशास्त्र प्रवक्ता भदेर सिंह और धर्म सिंह की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। विशेषज्ञ पैनलिस्टों में माधवी खजूरिया, शिवाली उत्तम, मुकेश कुमार, ऋतु भगत और अरविंद गुप्ता शामिल थे, जिन्होंने एनईपी 2020 के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए। शिक्षिका इंदीप कौर ने फ़ाउंडेशनल लर्निंग पर आधारित आकर्षक पॉवरपॉइंट प्रस्तुति दी, जबकि भारती एयरटेल फाउंडेशन की रिसोर्स पर्सन नेहा सिंह ने नीति के प्रभावी क्रियान्वयन और शिक्षा क्षेत्र के भविष्य में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
प्राचार्या इर्विंदर कौर ने कहा कि कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य शिक्षकों, प्रशासकों और हितधारकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना और नीति को सफलतापूर्वक लागू करना है। कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने सत्रों से भरपूर लाभ उठाया और उन्हें प्रेरणादायक बताया। यह आयोजन एचएसएस दबलेहड़ और भारत एयरटेल फाउंडेशन की शिक्षा गुणवत्ता सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जैसे-जैसे एनईपी 2020 शिक्षा व्यवस्था को आकार दे रही है, ऐसे प्रयास इसकी सफलता की कुंजी साबित होंगे।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
