
औरैया, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । देश को वर्ष 2047 तक विकसित भारत के रूप में स्थापित करने के लक्ष्य के तहत समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश @2047 कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद के नोडल अधिकारी सचिव लोक निर्माण गुर्राला श्रीनिवासुलु, सेवानिवृत्त आईएएस राकेश कुमार द्वितीय, प्रोफेसर वैज्ञानिक डॉ. सुशील कुमार, सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता विनोद कुमार श्रीवास्तव तथा प्रो. डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने की।
कार्यशाला तीन सत्रों में सम्पन्न हुई। प्रथम सत्र का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि औरैया का विकास सभी के सहयोग से सुनिश्चित होगा। इस दौरान विकसित उत्तर प्रदेश पर आधारित डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गई तथा उद्योग, कृषि, एमएसएमई और शिक्षा क्षेत्र को लेकर सुझाव मांगे गए।
द्वितीय सत्र में मिशन ज्योतिर्गमय और आरोग्यम शिविर पर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि ज्योतिर्गमय अभियान से विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ रही है। आरोग्यम शिविरों के माध्यम से 2026 तक सभी गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार को लेकर प्रबुद्धजनों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
तृतीय सत्र में महिला समूहों, श्रमिकों व बैंक सखियों ने अपने अनुभव साझा किए। समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की बिक्री हेतु विकास खंड स्तर पर केंद्र खोलने और ऑनलाइन मार्केटिंग से जोड़ने का प्रस्ताव रखा गया। श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने और कौशल विकास पर भी जोर दिया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया गया। उल्लेखनीय है कि उप्र की योगी सरकार विजन डाक्यूमेंट तैयार करने के लिए पहले विधान मण्डल के मानसून सत्र के दौरान विशेष चर्चा की। इसके उपरांत प्रदेश के हर जिले में इस प्रकार की कार्यशाला आयोजित कर सुझाव जुटाए जा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) कुमार
