
धर्मशाला, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आज के समय में नौकरी पाने या किसी व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए केवल डिग्री ही पर्याप्त नहीं है अपितु विद्यार्थी जीवन से ही हमें अपने साॅफ्ट स्किल्स को भी परिष्कृत करने की दिशा में काम करना चाहिए। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रशिक्षुता एवं नियोजन प्रकोष्ठ (ट्रेनिंग एंड प्लेस्मेंट सेल) द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार ने यह उद्गार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि विश्वद्यिालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल विद्यार्थियों में कौशल विकास को विशेष प्राथमिकता देते हैं। इसी कड़ी में उनके निर्देशन में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के धौलाधार परिसर-1 के सेमिनार हाॅल में आयोजित इस कार्यशाला में परिसर के विद्यार्थियों को ‘प्रभावी संचार की कला, रिज़्यूमे बनाना और साक्षात्कार का सामना करना’ जैसे विषयों बारे प्रशिक्षित किया गया।
कार्यशाला में बतौर रिसोर्स पर्सन शिरकत करते हुए प्रो. आदित्य कांत ने विद्यार्थियों को प्रभावी संचार की कला के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्हें रिज़्यूमे बनाना और साक्षात्कार का सामना करने के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ किसी कौशल में भी निपुण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने विषय या रुचि संबंधित किसी स्किल को छात्र जरूर सीखें। इस अवसर पर निदेशक प्रशिक्षुता एवं नियोजन प्रकोष्ठ प्रो. अमित गंगोटिया ने विद्यार्थियों को व्यक्तित्व विकास से जुड़े पहलुओं की बारीकियों से अवगत करवाते हुए उनके लिए उपलब्ध अवसरों के बारे में बताया।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया