Jammu & Kashmir

जीडीसी पलौडा में इनोवेटिव बूटकैंप्स पर कार्यशाला आयोजित, आईआईएम जम्मू के सहयोग से छात्रों में नवाचार की भावना को मिला प्रोत्साहन

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जम्मू, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज (जीडीसी) पलौडा, जम्मू के इनोवेशन इन्क्यूबेशन सेल ने प्राचार्य डॉ. कुलविंदर कौर के संरक्षण में और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जम्मू के सहयोग से इननोवेटिव बूटकैंप्स विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शैक्षणिक ज्ञान और उद्योग से जुड़ी व्यावहारिक कौशलों के बीच की खाई को पाटना था। कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों ने भाग लिया। उन्होंने बूटकैंप्स को एक तीव्र और अनुभवात्मक शिक्षण मॉडल के रूप में खोजा, जो रोजगार क्षमता और उद्यमशीलता सोच को विकसित करने में सहायक हैं।

इससे पहले डॉ. राजत गुप्ता ने कहा कि पारंपरिक शिक्षा ढांचे में बदलाव आवश्यक है। बूटकैंप्स एक तेज़ और व्यवहारिक शिक्षण पद्धति प्रदान करते हैं जो छात्रों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। मुख्य संसाधन व्यक्ति विवेक शर्मा (मुख्य नवाचार अधिकारी, आईआईएम जम्मू) ने बूटकैंप मॉडल की रूपरेखा, उद्योग-एकीकृत शिक्षा, नवाचार आधारित उद्यमिता और सफल छात्रों की प्रेरणादायक कहानियों पर विस्तृत चर्चा की। इसके अतिरिक्त, कनव पठा और द्रुवी शर्मा ने छात्रों को नवाचार, डिजाइन थिंकिंग और स्टार्टअप विकास के विभिन्न चरणों से अवगत कराया।

ऑर्गेनिक जम्मू के संस्थापक केशव सिंह भाऊ ने अपने उद्यमी अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे नवाचारपूर्ण विचार एक सफल स्टार्टअप में बदल सकते हैं और सरकारी एजेंसियाँ ऐसे प्रयासों को सहयोग व वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। प्राचार्य डॉ. कुलविंदर कौर ने इन्क्यूबेशन सेल और आईआईएम जम्मू के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे बूटकैंप्स छात्रों में नवोन्मेषी सोच को प्रोत्साहित करते हैं और उन्हें उद्यमशील चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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