
धमतरी, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) ।धान की फसल तेजी से तैयार होने लगी है। खरपतवार उगने से धान के पौधे सही ढंग से बढ़ नही पा रहे हैं। खेतों की खरपतवार की सफाई कर उसे बाहर निकालने मजदूर नहीं मिल रहे हैं। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान अन्य गांव से मजदूर लाकर निंदाई करा रहे हैं।
दिनेश ठाकुर, तुलेश्वर खरे, मोहन साहू, आदि किसानों ने बताया कि धान उत्पादन के क्षेत्र में धमतरी जिला अग्रणी है। इस तरह यहां के किसानों द्वारा साल में दो बार धान की फसल ली जाती है। वहीं इन दिनों अंचल के किसानों द्वारा खरीफ के तहत फसल ली जा रही है। इसके तहत छाती, डांडेसरा, बिजनापुरी, बोड़रा, कसही, हंकारा, अंगारा, खम्हरिया, जुनवानी, दर्री, चिरपोटी, डोमा, गुजरा, बिरेतरा, रावनगुडा, धौराभाठा, लिमतरा, बगदेही, भेण्डरवानी, चोरभठी, भुसरेगा, बगौद, देवरी, भखारा, कोसमर्रा, सहित विभिन्न गांवों में इन दिनों धान की तेजी से तैयार होने वाली किस्म आईआर 64 व अन्य किस्म तैयार हो रही है। लेकिन धान के पौधों के बीच बड़े-बड़े खरपतवार उग आए हैं। जो उसे सही ढंग से बढ़ने नहीं दे रहें हैं। इस खरपतवार को किसी मशीन युक्त उपकरण से नही निकाला जा सकता। इसलिए इसे निकालने एवं सफाई कराने मजदूरों की आवश्यकता पड़ती है। क्योंकि मजदूर ही उसे धान के पौधों के बीच ढूंढकर निकालते हैं। लेकिन खरपतवार की सफाई के लिए मजदूरों का टोटा बना हुआ है। इसे लेकर किसान काफी चिंतित हैं। क्योंकि यदि समय रहते खरपतवार की सफाई नहीं कराया गया तो धान का उत्पादन कम होगा। इससे किसानों को काफी नुकसान उठानी पड़ेगी। जानकारी के अनुसार इन दिनों गांव में मजदूरी दर 250 रुपये तक चल रहा है।
अन्य गांव से मजदूर लाकर करा रहे निंदाई
तमाम कृषि उपकरण आ जाने के बाद भी कई कार्य ऐसे हैं जो बिना मानवीय श्रम के संभव नहीं है। निंदाई कार्य मजदूरों से ही संभव है। गांव में मजदूर नहीं मिलने के कारण किसानों को काफी परेशानी हो रही है। हालत यह है कि गांव में मजदूर नहीं मिलने पर किसान अन्य गांव से मजदूर लाकर कार्य करा रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
