
धमतरी, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान महिलाओं को स्वावलंबी और आर्थिक रूप से सशक्त बनने में सहायक सिद्ध हो रहा है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को स्व-सहायता समूहों के माध्यम से संगठित कर उन्हें स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। बिहान से जुड़कर महिलाएं समूह के माध्यम से वित्तीय साक्षरता, बचत, ऋण सुविधा और स्वरोजगार की विभिन्न तकनीकों की जानकारी से अवगत हो रहीं हैं। वहीं महिलाएं आत्मनिर्भर बनने की दिशा अन्य महिलाओं को भी भी प्रेरित कर रहीं हैं।
समूह के सदस्यों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए उन्हें आरएफ से 15 हजार रुपए, सीआईएफ से 60 हजार रुपये और बैंक ऋण के रूप में तीन लाख रुपये प्रदाय किए जाते हैं, जिसके उपयोग वे आजीविका और स्वरोजगार के लिए कर सकें। जिले में सेंटिंग प्लेट से स्वरोजगार स्थापित करने के लिए स्वसहायता समूह की कुल 58 सदस्यों को ऋण प्रदाय किया गया। इनमें धमतरी विकासखंड के 27, कुरुद विकासखंड की 15, मगरलोड विकासखंड की साज और नगरी विकासखंड की नाै महिलाएं शामिल हैं। इन सदस्यों को सेंट्रिंग प्लेट के लिए ऋण प्रकरण तैयार कर फंड उपलब्ध कराया गया। जिले में कुल 59 हजार 300 वर्गफीट नवीन सेंट्रिंग प्लेट की खरीदी की गई।
समूह की महिलाओं ने आवास निर्माण के लिए 20 से 25 रुपये प्रति फीट के हिसाब से यह प्लेट किराये पर उपलब्ध करा रही हैं, जो प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण तथा अन्य शासकीय निर्माण कार्यों एवं स्थानीय बाजारों में प्रमुखता से उपयोग किया जा रहा है। इन प्रयासों से अब समूह की महिलाओं को अतिरिक्त आमदनी हो रही है। जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव ने कहा कि बिहान योजना से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
