
जोधपुर, 01 सितम्बर (Udaipur Kiran) । तिंवरी कस्बे में रविवार रात करीब दस बजे शुरू हुई बारिश सोमवार सुबह सात बजे तक लगातार जारी रही। रातभर हुई बारिश ने कस्बे और आसपास के ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। निचली बस्तियां पूरी तरह जलमग्न हो गईं। श्रीराम कॉलोनी, केम्ब्रिज स्कूल क्षेत्र और मुस्लिम मोहल्लों में घरों के भीतर तक पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। कई सडक़ों पर तीन से चार फीट तक पानी बहने से आवागमन बाधित हो गया। वहीं, भट्टड़ मोहल्ले में वरुण छाजेड़ा के मकान की दीवार और छत का कुछ हिस्सा ढह गया। हादसे में बुजुर्ग महिला पुष्पा देवी (55) के पैर में चोट आई है। वहीं मलबे में दबने से घरेलू सामान खराब हो गया। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। तिंवरी-जोधपुर मार्ग पर माली समाज राम रसोड़ा के पास भारी बारिश के कारण एक पेड़ गिर गया। जिससे आवागमन बाधित रहा।
लिफ्ट केनाल नहर ओवरफ्लो, खेतों में भरा पानी
बालरवा क्षेत्र में पेयजल की राजीव गांधी लिफ्ट केनाल ओवरफ्लो हो गई। नहर से पानी बहकर खेतों में पहुंच रहा है। अचानक बढ़े बहाव के कारण फसल को नुकसान की आशंका बढ़ गई है। ग्रामीणों ने विभाग से तुरंत व्यवस्था सुधारने की मांग की है, ताकि पानी खेतों में न घुसे और नुकसान रोका जा सके। इस दौरान कई लोग मौके पर जमा हो गए और नहर की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। लगातार बारिश से आसपास के गांव बालरवा, भलासरिया, मालूंगा, बड़ा कोटेचा और घेवड़ा में भी हालात बिगड़ गए हैं। खेतों में पानी भर जाने से वे तालाब जैसे नजर आ रहे हैं। सडक़ों पर पानी बहने से ग्रामीणों को आवागमन में खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
खरीफ की फसलें जलभराव से प्रभावित
किसानों के लिए यह बारिश वरदान के बजाय आफत बन गई। खेतों में मूंगफली, कपास और मिर्ची जैसी सिंचित नकदी फसलें जलभराव और अतिवृष्टि से खराब होने लगी हैं। कई जगह पौधे जड़ों सहित गलने लगे हैं। किसानों का कहना है कि यदि अगले तीन-चार दिनों तक पानी नहीं निकला तो पूरी फसल चौपट हो जाएगी। बारानी क्षेत्रों की फसलें भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। मूंग, बाजरा, मोठ और ग्वार जैसी फसलें कई जगह पानी में डूब गईं। कुछ खेतों में तो हरी-भरी खड़ी फसल पूरी तरह बिछ गई है। किसानों को आशंका है कि इससे पैदावार पर भारी असर पड़ेगा और लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा।
(Udaipur Kiran) / सतीश
