Uttar Pradesh

बाढ़ से कटान के भय व सदमे से महिला की मौत

बाढ़ पीड़ितों को दवा वितरित करते रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ रविंद्र शर्मा
बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते रेड क्रॉस के पदाधिकारी
बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते रेड क्रॉस के पदाधिकारी
बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते रेड क्रॉस के पदाधिकारी

कटान पीड़ित परिवारों का किया गया सर्वेक्षण बाटी गई राहत सामग्री

लखीमपुर खीरी, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । ब्लॉक निघासन ग्राम ग्रांट 12 के कटान पीड़ित परिवारों हेतु रेडक्रॉस द्वारा स्वास्थ्य शिविर/प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्हें आवश्यक दवाइयां व राहत सामग्री भी बांटी गई। इस दौरान टीम के सामने आया जिससे पूरी टीम भावुक हो गई। गांव की एक महिला की मौत इस सब में से हो गई कि अब उसका भी घर बाढ़ में कट जाएगा और नदी में समझ आएगा।

बाढ़ व कटान की वजह से ग्रंट नम्बर 12 का अस्तित्व खतरे में हैं एक – एक कर लगभग 70 परिवार नदी में समा चुके हैं। एक प्राचीन शिव मन्दिर सहित दो मंदिर भी नदी में समा गए हैं।

ऐसी स्थिति में पीड़ित परिवारों के सदस्यों को कड़ी धूप, बरसात में खुले में रहना पड़ रहा हैं जिसमें उन्हें विभिन्न तरह की स्किन की बीमारियां, वायरल बुखार एवम बाढ़ के पानी से होने वाली तामाम अन्य बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए रेडक्रॉस खीरी द्वारा ग्रांट 12 में स्वाथ्य शिविर लगाया गया एवं पूर्व एसीएमओ व रेडक्रॉस के चेयरमैन डाॅ. रवींद्र शर्मा द्वारा विभिन्न रोग से संबंधित दवाइयां एवं परामर्श दिया गया।

रेडक्रॉस खीरी सचिव आरती श्रीवास्तव द्वारा ग्रामीणों की सहायता से कटान पीड़ित परिवारों की एक सूची बनवाई गईं एवं रेडक्रॉस आजीवन सदस्य आदित्य मिश्रा (लेखपाल) बबिता सक्सेना, अनुराग सक्सेना , स्वयंसेवी हरयंक सिंग,सुनीता सिंह अमरनाथ शुक्ला द्वारा 10 अत्यंत गरीब कटान पीड़ित परिवारों को त्रिपाल एवं हाइजीन किट वितरित की गईं। कुल 26 परिवारों को हाइजीन किट भेंट की गईं ।

कटान से अपना घर खो चुके कई परिवार सदमे में हैं। पीड़ितों ने बताया कि राजाराम के घर तक जब पानी पहुंचा तो उनकी पत्नी ने अपना घर कटता देखकर कहा कि हाय अब का हमरा भी घर कट जइहै उसके बाद वो सदमे में चली गईं और उनकी मृत्यु हो गई।

हर तरह की कठिन परेशानियों से जूझ रहे ग्रामीणों ने प्रमुख रूप से बंधे से बाहर जमीन दिलवाने की मांग की। त्वरित राहत के तौर पर त्रिपाल, मच्छरदानी, बर्तन, कपड़े, खाद्य सामग्री, दवाई आदि की आवश्यकता बताई।

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(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव

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