
पानीपत, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । पानीपत के एक निजी अस्पताल में डॉक्टर की कथित लापरवाही से गर्भवती महिला व उसकी कोख में पल रहे बच्चे की जान चली गई। महिला के परिजनों ने निजी अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगाए है। जानकारी के अनुसार शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती नौ महीने की गर्भवती महिला की इलाज के दौरान गर्भाश्य की नस फूल गई। इतना ही नहीं, उसके गर्भ में पल रहे बच्चे ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस व सीएमओ को दी शिकायत में गांव रसलापुर निवासी मृतका के पति शहजाद ने बताया कि वह चार बेटियों का पिता है। उसकी 34 वर्षीय पत्नी अविधा 9 माह की गर्भवती थी। जिसका एक निजी अस्पताल से इलाज चल रहा था।
वह 9 जुलाई की सुबह पत्नी को लेकर जिंदल अस्पताल गया। जहां डॉक्टरों ने गर्भाश्य की नस फूलने के बारे में बताया। डॉक्टरों ने 12 जुलाई को उसे छुट्टी दे दी थी। छुट्टी के दौरान कहा था कि अब महिला ठीक है। 14 जुलाई को फिर उसकी तबीयत बिगड़ी। उसे तुरंत सिविल अस्पताल लाया गया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने परिजनों के बयानों के आधार पर पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.विजय मलिक ने बताया कि मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ शिकायत दी है। शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। अगर जांच में अस्पताल की त्रुटि पाई जाती है तो अस्पताल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। दूसरी ओर डॉ जिंदल ने बताया कि मृतक महिला के फेफड़े खराब थे और उसे सांस लेने में भी दिक्कत थी। इसलिए हमने इलाज करने से मना कर दिया था और उसको पीजीआई रोहतक रैफर के लिए बोला था।
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(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा
