Uttrakhand

त्वरित कार्रवाई से ही वन्यप्राणी अपराधों की होगी रोकथाम

वन्यप्राणी अपराधों की रोकथाम

हल्द्वानी, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । तराई पूर्वी वन प्रभाग के गोल्ज्यू सभागर में वन्य जीवों के प्रति अपराध की रोकथाम के लिए कार्यशाला हुई। डीएफओ हिमांशु बागरी ने कहा कि वन्य प्राणी अपराधों की रोकथाम में त्वरित एवं सुसंगत विधिक कार्रवाई जरूरी है। वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों ने अपनी यात रखी।

गुरुवार शाम हुई इस एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के प्रावधानों, अपराधों की विवेयना प्रक्रिया, साक्ष्य संकलन, गिरफ्तारी, जब्ती, आरोप पत्र प्रेषण एवं न्यायालय में प्रस्तुत किए जाने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई।

वरिष्ठ अधिवक्ता मंजुला श्रीवास्तव ने वन अपराधों से संबंधित न्यायिक प्रकरणों की सुनवाई साक्ष्य संकलन की विधि, अभियोजन की रणनीति एवं न्यायालय के व्यायहारिक पक्षों को बताया।

(Udaipur Kiran) / DEEPESH TIWARI

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