
-आल इंडिया इमाम संगठन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने डिंपल के साड़ी पहनने को नग्नता का प्रतीक बताया था
-अपमान के विरोध में मौलाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं अखिलेश या अपनी पत्नी को बुर्का पहनाकर मस्जिद ले जाएं
कानपुर, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । ऑल इंडिया इमाम संगठन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी द्वारा सपा सांसद डिंपल यादव के खिलाफ सार्वजनिक मंच से आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी बेहद शर्मनाक है। उन्होंने एक सांसद महिला के खिलाफ उनके साड़ी पहनने को नग्नता का प्रतीक बताया। इस प्रकार की भाषा का प्रयोग सार्वजनिक रूप से किया गया और सपा का शीर्ष नेतृत्व इस पर मौन है। अखिलेश यादव यदि सत्ता पाने की लालसा में अपनी ही पत्नी का अपमान सहन कर सकते हैं, तो यह लोकतांत्रिक मूल्यों और पारिवारिक मर्यादाओं का भी घोर उल्लंघन है। यह बातें सोमवार को कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र अध्यक्ष प्रकाश पाल ने कही।
हालिया दिनों में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव अपने तमाम सांसदों के साथ राजधानी दिल्ली स्थित संसद भवन के पास एक मस्जिद में बैठक करने गए थे। जिसके बाद से ही देश भर से लगातार लोग तीखी टिप्पणियां कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि मस्जिद एक इबादत गाह है जहां पर इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए, तो वहीं ऑल इंडिया इमाम संगठन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने सपा सांसद डिंपल यादव के खिलाफ सार्वजनिक मंच आपत्तिजनक और अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। जिसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने तीव्र विरोध जताया है। इस संबंध में नवीन मार्केट स्थित भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र अध्यक्ष प्रकाश पाल ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि एक सांसद महिला के खिलाफ उनके साड़ी पहनने को नग्नता का प्रतीक बताया गया। इस प्रकार की भाषा का प्रयोग सार्वजनिक रूप से किया गया और समाजवादी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस पर मौन है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों और पारिवारिक मर्यादाओं का घोर उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी टिप्पणी किसी अन्य धर्म के धर्माचार्य ने की होती, तो सपा के मुस्लिम नेताओं ने आसमान सिर पर उठा लिया होता। लेकिन चूंकि यह बयान एक मौलाना ने दिया है, इसलिए समाजवादी पार्टी का कोई भी नेता कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं कर पा रहा। यह दोहरे मापदंड का स्पष्ट प्रमाण है।
भाजपा पार्टी महिलाओं के सम्मान के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। ऐसे मौलाना जो समाज में नफरत और महिला विरोधी विचार फैलाते हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यह केवल एक महिला सांसद का नहीं, बल्कि पूरे देश की महिलाओं के आत्मसम्मान का मामला है। भाजपा इसे हल्के में नहीं ले सकती। भारतीय जनता पार्टी महिलाओं की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए हर स्तर पर आवाज उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी। उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि या तो सपा मुखिया अपनी पत्नी के सार्वजनिक किए गए अपमान के लिए मौलाना के विरुद्ध एफआईआर कराएं या फिर इस्लाम के कायदे अनुसार मस्जिद में बुर्का पहना कर ले जाएं।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
