

दमोह, 4 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के दमोह में करोडों रूपयों की लागत से बना माॅडल काॅलेज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाते देखा जा सकता है। यह शिक्षा का मंदिर जिसके परिसर में घांस फूस है तो सीढियों पर कई कुंटल पक्षियों की बीट गंदगी पडी देखी जा सकती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां पर जिन प्रोफेसरों की नियुक्ति है उनकों लाखों रूपये वेतन के रूप में मिलता है तो इसी परिसर में शासकीय प्रशिक्षण भी आयोजित किये जाते हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर एसआईआर के संबध में बीएलओ को प्रशिक्षण देने का कार्य यहीं पर किया जा रहा है। जहां जिले के कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर सहित जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों का आना जाना रहा। बताया जा रहा है कि यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने आये अनेक लोगों को अपनी डेस्क कुर्सियां स्वयं साफ करना पडीं। अब सवाल यह उठता है कि इस लापरवाही के पीछे जिम्मेदार आखिर कौन क्या दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर जो कि अनुशासन एवं कर्तव्य के प्रति समपर्ण के लिये पहचाने जाते हैं कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करते क्या माॅडल काॅलेज की इस दुर्दशा के लिये जिम्मदारों पर कार्यवाई करने के लिये आगे आयेंगे
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(Udaipur Kiran) / हंसा वैष्णव