
जयपुर, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राजस्थान हाईकोर्ट ने हिंडौन सिटी के बीच से निकल रहे मंडावरा रोड के मुख्य मार्ग पर करीब डेढ़ साल से जमा सीवरेज, वर्षा और गंदे पानी की निकासी के लिए कोई कार्रवाई नहीं होने के चलते स्थानीय निवासियों को हो रही परेशानी पर नाराजगी जताई है। इसके साथ ही अदालत ने प्रमुख स्वायत्त शासन सचिव, स्वायत्त शासन निदेशक, जिला कलेक्टर करौली और एसडीओ हिंडौन सहित स्थानीय नगर परिषद आयुक्त से जवाब मांगा है। वहीं अदालत ने जिला कलेक्टर और नगर परिषद आयुक्त को आगामी तारीख तक शपथ पत्र पेश कर बताने को कहा है कि मुख्य मार्ग पर भरे इस गंदे पानी की निकासी के लिए अब तक क्या किया गया है और भविष्य की क्या कार्य योजना है। जस्टिस संजीत पुरोहित ने यह आदेश गिर्राज प्रसाद व अन्य की याचिका पर दिया।
याचिका में अधिवक्ता विजय पाठक व विनोद सिंघल ने बताया कि याचिकाकर्ता हिंडौन के मंडावरा रोड के निवासी हैं। यहां मुख्य रोड पर करीब डेढ़ साल से सीवरेज व वर्षा सहित घरों के गंदे पानी का जमावड़ा हो रहा है। इस रोड से 25 कॉलोनियों और कई गांव के लिए रास्ते जाते हैं। इन रास्तों पर रोजाना हजारों वाहन व पैदल यात्री निकलते हैं। आए दिन गंदे पानी में लोग गिर जाते हैं। गंदे पानी की निकासी के लिए कोई नाली भी नहीं है। इस बारे में स्थानीय जिला प्रशासन व नगर परिषद को कई बार प्रतिवेदन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए गंदे पानी की निकासी के लिए कोई ठोस कार्रवाई की जाए। जिस पर सुनवाई करते हुए एकलपीठ ने संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब करते हुए शपथ पत्र पेश कर आगामी कार्य योजना पेश करने को कहा है।
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(Udaipur Kiran)
