

मुरादाबाद, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) । भागवत कथा की शरण में जो आता है, वह तर जाता है। श्रीमद् भागवत कोई साधारण ग्रंथ नहीं है यह एक महापुराण है भागवत में 12 स्कंध, 18,000 श्लोक हैं। हमारी संस्कृत भाषा देव रूपी है। भक्त के कान नदी के समान है, कान से जब कथा के शब्द अंदर जाते हैं तो हृदय निर्मल हो जाता है। जिससे भक्त भाव विभोर हो जाता है।
यह बातें सुप्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय ज्योतिषाचार्य राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित कथा व्यास डा. जगदीश प्रसाद कोठारी ने दिल्ली रोड स्थित एक होटल में मुरादाबाद नगर विधानसभा से भाजपा विधायक रितेश गुप्ता व भाजपा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की संयोजिका अल्पना रितेश गुप्ता के सौजन्य से हो रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहीं।
डा. जगदीश प्रसाद कोठारी ने आगे कहा कि गुरु ज्ञान की अवस्था है। गुरुत्व कभी नष्ट नहीं होता। गुरु में ही परमात्मा के दर्शन होते हैं। मनुष्य जीवन का समय अत्यंत कीमती है। भौतिकवाद न उलझाकर प्रभु के नाम जप में लगाना चाहिए। उसी में सारे सार हैं। इसीलिए मानव जीवन को श्रेष्ठ माना गया है। प्रभु ने जीन्ह्वा दी है। इसी से रस का ज्ञान होता है। हमें इससे प्रभु के नाम का जप करना चाहिए। इसी से साधना का मार्ग प्रशस्त होता है।
कथा व्यास ने भगवान पर बोलते हुए कहा जिसमें सौ प्रतिशत ज्ञान है, वही भगवान है। उन्होंने कलियुग में भागवत को तारणहार बताते हुए कहा जो इसकी शरण में आ जाता है वह तर जाता है।
इस मौके पर मुख्य यजमान के रूप में मुरादाबाद नगर विधायक रितेश गुप्ता व भाजपा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की संयोजिका अल्पना रितेश गुप्ता रहीं। नगर विधायक की माता शैल गुप्ता, महापौर विनोद अग्रवाल, एमएलसी डा जयपाल सिंह व्यस्त, अनिरुद्ध अग्रवाल, सौरभ गुप्ता, अमित गुप्ता, विपिन गुप्ता, विजय गुप्ता, धर्मेंद्र नाथ मिश्रा, डा. रवि गंगल, धीरशांत दास, डा राजकमल गुप्ता, अतुल दुबे, संदीप सिंघल, नवीन चौधरी, ऋषिपाल सिंह, दीपक बाबू सीए, शम्मी भटनागर आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
