
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटर वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट के लिमिटेड शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में फ्लैट एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 648 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 1.50 रुपये डिस्काउंट के साथ 646.50 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 2 रुपये प्रीमियम के साथ 650 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के शेयरों के भाव में और गिरावट आ गई। सुबह 11 बजे तक कारोबार होने के बाद कंपनी के शेयर 633.85 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे।
वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट के लिमिटेड का 3,000 करोड़ रुपये का आईपीओ 3 से 7 अक्टूबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से भी फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.15 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में सिर्फ 0.23 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन सिर्फ 0.62 गुना और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.87 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इस आईपीओ के तहत ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 4,62,96,296 शेयर जारी किए गए हैं।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 146.81 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में घट कर 135.77 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इसके अगले साल 2024-25 में कंपनी घाटे से उबरने में सफल रही। इस वित्त वर्ष में कंपनी को 128.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। इस दौरान कंपनी का राजस्व 19 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 2,024 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में उतार-चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 485.61 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में बढ़ कर 625.83 करोड़ रुपये हो गया। इसे अगले साल यानी वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज घट कर 310.22 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
