
जम्मू, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । कश्मीर की प्राचीन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संजोने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए विचारनाग मंदिर के जीर्णोद्धार और पुनर्निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत श्रीनगर में की गई। इस पवित्र स्थल पर मुख्य सचिव अटल डुल्लू और उपायुक्त श्रीनगर अक्षय लाबरू द्वारा आधारशिला रखी गई। विश्वर कश्मीरी समाज, ज़ारा फाउंडेशन और कश्मीरी पंडित समुदाय के प्रमुख सदस्यों ने इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए इसे घाटी की बहुसांस्कृतिक पहचान को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
विकास कार्य के लिए 5 करोड़ रूपये की राशि निर्धारित की गई है, जबकि परियोजना को 4.01 करोड़ रूपये की लागत से स्वीकृति दी गई है। विकास कार्य की पृष्ठभूमि में, वीकेएस संयोजक किरण वातल ने बताया कि 9 अप्रैल 2024 को नवरेह उत्सव पर विचारनाग मंदिर में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मुख्य अतिथि थे। उन्होंने वचन दिया था कि इस प्राचीन धरोहर के संरक्षण हेतु वे जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और गृहमंत्री अमित शाह से चर्चा करेंगे। उन्होंने एलजी मनोज सिन्हा का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने इस ऐतिहासिक मंदिर को कश्मीर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के संरक्षण और विकास कार्यक्रम में शामिल कर इसकी गरिमा को पुनः स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है।
वातल ने कहा कि विचारनाग मंदिर लगभग 5100 वर्ष पुराना शिव मंदिर है, जिसका ऐतिहासिक उल्लेख राजतरंगिणी में भी मिलता है। यह मंदिर चतुर्थ बौद्ध परिषद का स्थल भी माना जाता है और कश्मीरी पंडितों के लिए अत्यंत श्रद्धेय स्थान रहा है। वातलने जोर देकर कहा कि मंदिर का पुनर्निर्माण उसकी मूल स्थापत्य शैली और सांस्कृतिक पहचान के अनुरूप होना चाहिए। आधुनिक निर्माण पद्धति को कश्मीरी पंडित स्वीकार नहीं करेंगे, क्योंकि इससे मंदिर की ऐतिहासिकता और विरासत को क्षति पहुंचेगी, जो आने वाली पीढ़ियों के साथ अन्याय होगा।
उन्होंने यह भी मांग की कि मंदिर के जीर्णोद्धार में कश्मीरी पंडित संगठनों और समुदाय से जुड़े अभियंताओं को सम्मिलित किया जाए ताकि उनके अनुभव और सुझावों को कार्य में शामिल किया जा सके। इस ऐतिहासिक पहल को लेकर समुदाय में उत्साह और श्रद्धा का माहौल देखने को मिला, और सभी ने मिलकर इस कार्य के शीघ्र और पारंपरिक शैली में पूर्ण होने की कामना की।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
