
भागलपुर, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के नवगछिया अनुमंडल में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ-साथ कटाव की रफ्तार भी तेज हो गई है। रंगरा प्रखंड के तिनटंगा क्षेत्र में गंगा का कटाव एक बार फिर विकराल रूप ले चुका है। खासकर झल्लू दास टोला और ज्ञानी दास टोला में नदी का रुख गांव की ओर मुड़ने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
ज्ञानी दास टोला में नल-जल योजना के तहत बना एक जल मीनार महज 40 सेकंड में गंगा नदी में समा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नदी की धार इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में कई फीट जमीन और बगीचे नदी में विलीन हो गए। वहीं, जल मीनार भरभराकर गिरा और गंगा की लहरों में पूरी तरह गायब हो गया।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि पिछले एक सप्ताह से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और धार का दबाव गांव की ओर बढ़ रहा है। कटाव की इस तेज रफ्तार में न केवल मिट्टी, बल्कि पक्की संरचनाएं भी नदी में समा रही हैं। नदी का दायरा बढ़ने से अब कई घर कटाव के किनारे आ चुके हैं। प्रभावित परिवार अपने घर-आंगन का सामान सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में जुटे हुए हैं। प्रशासन की ओर से फिलहाल स्थिति पर नज़र रखी जा रही है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में कई और घर, खेत और बाग-बगीचे नदी में समा सकते हैं गंगा के बढ़ते जलस्तर और तेज कटाव ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ग्रामीणों का जीवन और आजीविका, दोनों खतरे में हैं। बाढ़ और कटाव के इस दोहरे संकट से निपटने के लिए प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तेज करने की ज़रूरत है।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
