
जम्मू 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । जल शक्ति, वन पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्री जावेद अहमद राणा ने बुधवार को जम्मू प्रांत में जल आपूर्ति प्रबंधन और बुनियादी ढाँचा विकास के महत्वपूर्ण पहलुओं पर केंद्रित एक विस्तृत समीक्षा बैठक की।
यह बैठक विशेष रूप से वर्तमान स्थिति का आकलन करने और जनता को पर्याप्त एवं सतत जल संसाधन उपलब्ध कराने हेतु जल आपूर्ति योजनाओं के विस्तार की रणनीति बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। बैठक में अन्य लोगों के अलावा, मुख्य अभियंता पीएचई जम्मू विकास शर्मा, अधीक्षण अभियंता अजय शर्मा और सुनील गंडोत्रा भी उपस्थित थे।
समीक्षा के दौरान मंत्री ने चल रही जल आपूर्ति योजनाओं को शीघ्र पूरा करने के महत्व पर बल दिया और चल रही जल जीवन मिशन योजनाओं को शीघ्र पूरा करने को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक घर को सुरक्षित और पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने का उद्देश्य समय पर पूरा हो, जिससे जम्मू के निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। इसके अलावा मंत्री ने जल आपूर्ति प्रणाली में किसी भी रुकावट को दूर करने के लिए त्वरित और कुशल प्रतिक्रिया कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया और जनता की असुविधा को कम करने के लिए सेवाओं की शीघ्र बहाली को अनिवार्य बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस महत्वपूर्ण संसाधन तक निर्बाध पहुँच बनाए रखने के लिए यह सक्रिय दृष्टिकोण आवश्यक है। बैठक में संग्रहित जल की गुणवत्ता बनाए रखने और संदूषण को रोकने के लिए जल भंडारण टैंकों की नियमित सफाई और रखरखाव के महत्व पर भी जोर दिया गया।
इसके अलावा चर्चा का एक प्रमुख पहलू एक प्रभावी जल पुनर्भरण रणनीति के कार्यान्वयन पर केंद्रित था। इस पहल का उद्देश्य जल संसाधनों की स्थिरता को बढ़ावा देना, उनकी पुनःपूर्ति और दीर्घकालिक उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
मंत्री ने खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत की तत्काल आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला, जो कई समुदायों के लिए जल का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं, ताकि उनकी कार्यक्षमता बहाल की जा सके और समग्र जल आपूर्ति नेटवर्क में योगदान दिया जा सके। मंत्री जावेद अहमद राणा ने इन महत्वपूर्ण उपायों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसका व्यापक लक्ष्य जल आपूर्ति बुनियादी ढांचे को बढ़ाना, सेवा वितरण में सुधार करना और अंततः सुरक्षित और विश्वसनीय जल संसाधनों तक सुनिश्चित पहुंच के माध्यम से लोगों को लाभान्वित करना है।
(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
