
फरीदाबाद, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के ओखला बैराज से यमुना नदी में 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके अलावा हथिनी कुंड बैराज से भी 2.30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है। 48 घंटे के बाद इस पानी का असर फरीदाबाद में देखने को मिलेगा। हांलाकि फरीदाबाद के कई गांव के खेतों में घुसे पानी का जलस्तर कम हुआ है। लेकिन गांव बसंतपुर में अभी भी घरों के बाहर पानी बह रहा है। 100 से ज्यादा मकान मालिक अपने घरों को छोडक़र बाहर रिश्तेदारियों या फिर किराए पर रह रहे हैं। सिंचाई विभाग के द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक, आज 52 हजार क्युसेक पानी नदी में दिल्ली ओखला बैराज से छोड़ा गया है। बीते रविवार को 55 हजार क्युसेक पानी नदी में छोड़ा गया था। गांव राजपुरा और चांदपुर के खेतों में रविवार को नदी का पानी घुस गया था। जिसके चलते गांव राजपुरा में करीब 40 एकड़ में व गांव चांदपुर में करीब 200 एकड़ में खड़ी फसल में पानी घुस गया था। आज इन खेतों में पानी का जलस्तर कम होता हुआ दिखाई दे रहा है। गांव राजपुरा के किसान अनिल ने बताया कि धीरे -धीरे फसलों से पानी कम हो रहा है। लेकिन बाजरा, सरसों, और सब्जियों की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। वहीं चांदपुर के सरपंच सुरजपाल ने बताया कि गांव की फसलें पूरी तरह से पानी में डूब चुकी है। अभी आबादी वाले इलाके में पानी नहीं पहुंचा है। लेकिन खेत पूरी तरह से पानी में डूबे हुए हैं। सिंचाई विभाग के एसडीओ अरविन्द शर्मा ने बताया कि पानी को लेकर सभी सरपंच, पटवारियों, सचिव की ड्यूटी प्रशासन की तरफ से लगाई गई है। सभी पानी पर नजर रखे हुए हैं। गांव बसंतपुर को छोडक़र किसी भी आबादी वाले इलाके में अभी पानी नहीं पहुंचा है।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर
