शिमला, 05 सितंबर (Udaipur Kiran) । राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा है कि उन्होंने 31 दिसंबर 2024 को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र लिखकर पवित्र मणिमहेश यात्रा के प्रबंधन और संचालन से जुड़ी समस्याओं के बारे में पहले ही आगाह किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने समय रहते आवश्यक इंतजाम नहीं किए, जिसके कारण श्रद्धालुओं को इस बार बहुत कठिनाइयों और आपदा का सामना करना पड़ा।
सांसद हर्ष महाजन ने शुक्रवार काे बताया कि मणिमहेश यात्रा के दौरान भरमौर क्षेत्र के स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद उन्हें कई समस्याओं का पता चला। मणिमहेश यात्रा भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां हर साल देश भर से लाखों श्रद्धालु दर्शन और स्नान के लिए आते हैं। लेकिन बग्गा से भरमौर के बीच सड़क संकरी होने के कारण श्रद्धालुओं को 14 से 15 घंटे तक जाम में फंसना पड़ता है। इसके अलावा, बग्गा से हड़सर तक तो मोटर वाहन जा सकते हैं, लेकिन उसके बाद यात्रियों को पैदल ही आगे बढ़ना होता है। खराब रास्तों और भीड़ के कारण प्रशासन की व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा जाती हैं।
हर्ष महाजन ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया था कि भरमौर से हड़सर के बीच एक बहुमंजिला पार्किंग स्थल बनाया जाए। साथ ही श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए सराय भवन, रैन बसेरा और शौचालय जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाए। इससे न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि चंबा जिले के स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मणिमहेश यात्रा के संचालन के लिए अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों की तरह एक विशेष श्राइन बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर 2024 को सांसद महाजन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि ये सभी इंतजाम समय रहते किए जाएं ताकि वर्ष 2025 की यात्रा में श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। लेकिन अफसोस की बात है कि इस पत्र के बाद भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए, जिसका दंश स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं दोनों को भुगतना पड़ा।
अब सांसद हर्ष महाजन ने एक बार फिर प्रदेश सरकार से अपील की है कि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए समय रहते उचित और ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था और सुरक्षा दोनों को सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि मणिमहेश यात्रा देश के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। संकरी सड़कें और खराब रास्ते श्रद्धालुओं के लिए गंभीर समस्या हैं। उन्होंने आग्रह किया है कि हड़सर में बड़ा पार्किंग स्थल विकसित किया जाए, यात्रियों के ठहरने के लिए सराय भवन, रैन बसेरे और शौचालय बनाए जाएं। साथ ही स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए बेहतर प्रबंधन किया जाए और समय पर समन्वय समिति का गठन कर व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जाए।
सांसद हर्ष महाजन ने उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द ही इन सुझावों पर अमल करेगी ताकि वर्ष 2026 में होने वाली मणिमहेश यात्रा श्रद्धालुओं के लिए और अधिक सुचारू और सुविधाजनक हो सके।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
