HEADLINES

‘घटनास्थल एक बार देखना चाहते हैं…’, आरजी कर मामले में हाईकोर्ट पहुंचे पीड़िता के माता-पिता

कलकत्ता हाई कोर्ट

कोलकाता, 23 जून (Udaipur Kiran) । आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले में मृतका के माता-पिता अब घटनास्थल देखने की अनुमति के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचे हैं।

सोमवार को पीड़िता के माता-पिता की ओर से उनके वकील फिरोज एडुल्जी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। उन्होंने न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की पीठ के समक्ष इस मामले का उल्लेख किया और त्वरित सुनवाई की मांग करते हुए बताया कि मृतका के माता-पिता और उनके वकील ‘घटनास्थल’ यानी प्लेस ऑफ ऑकरेंस का निरीक्षण करना चाहते हैं। याचिका में यह आग्रह किया गया कि परिवार को एक बार उस स्थान पर जाने की अनुमति दी जाए, जहां यह दिल दहला देने वाली वारदात घटी थी। संभावना है कि इस याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हो सकती है।

गौरतलब है कि नौ अगस्त 2024 को आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक युवती डॉक्टर से बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। जांच की जिम्मेदारी 13 अगस्त 2024 को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी गई थी। सीबीआई ने 25 सदस्यीय एक विशेष टीम गठित की थी जो इस जघन्य अपराध की तह तक पहुंचने में लगी थी।इसके बाद 11 नवंबर 2024 को सियालदह कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हुई थी। अदालत ने तत्कालीन सिविक वॉलंटियर संजय राय को दोषी करार देते हुए उसे आजीवन कारावास (जब तक जीवित हैं) की सजा सुनाई।

इस घटना के बाद चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर देशभर में आक्रोश फूट पड़ा था। घटना के कुछ दिनों बाद ही 20 अगस्त 2024 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने डॉक्टरों की सुरक्षा पर सिफारिश देने के लिए 10 सदस्यीय एक टास्क फोर्स के गठन का आदेश दिया था।

अब, जब मुख्य आरोपित को सजा मिल चुकी है, पीड़िता के माता-पिता उस स्थान को देखना चाहते हैं जहां उनकी बेटी के साथ यह अमानवीय घटना घटी थी।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

Most Popular

To Top