मुंबई, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मुंबई के भायखला स्थित वीरमाता जिजाबाई भोसले वनस्पति उद्यान (रानी बाग) में जंगल के राजा शेर का पिंजरा खाली है। यहां आने वाले पर्यटकों को शेर का इंतजार है। रानी बाग प्रबंधन ने पोस्टर चस्पा कर लोगों को आश्वसत किया है कि शेर के आगमन का इंतजार करो, जल्द वे पधारेंगे।
रानी बाग प्रबंधन ने रानी बाग में नए में तैयार किए गए बाड़े में शेर की तस्वीर वाला पोस्टर चस्पा किया है। इसमें लिखा गया है कि रुको.. मैं जल्द ही आ रहा हूं। पिछले 12 वर्ष बाद भी शेरों के आगमन का इंतजार जारी है। शेर का पिंजरा खाली है और पर्यटकों को शेर को देखने की बेताबी है। इधर बीएमसी प्रशासन का कहना है कि शेरों को लाने का प्रयास जारी है।
बीएमसी अधिकारियों के अनुसार गुजरात में एसियाटिक शेरों की तादाद अधिक है। इसके लिए गुजरात प्रशासन को पत्र लिखा गया है। वर्तमान में जूनागढ़ और राजकोट जैसे चिड़ियाघरों में अतिरिक्त शेर हैं। हमने कम से कम एक शेर प्रदर्शन के लिए लाने का लक्ष्य रखा है। इस वर्ष के अंत तक या अगले वर्ष के शुरूआती कुछ महिनों में ज़ू के लिए नए शेरों की व्यवस्था करना प्रमुख एजेंडा है। उम्मीद है जल्द ही इसका निष्कर्ष निकाला जाएगा। रानी बाग में शेरों का बाड़ा साल 2022 से तैयार है। इसके लिए एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कई चिड़ियाघरों को पत्र भेजा गया है। चिकित्सकीय कारणों से वे उन्हें नहीं दे पा रहे हैं।
रानी बाग में कभी 5 से 10 शेर हुआ करते थे, जिनमें कुछ एशियाई और कुछ अफ्रीकी-एशियाई शेर भी शामिल थे। अफ्रीकी-एशियाई शेर ‘जिमी’ की लंबी बीमारी के बाद मृत्यु के बाद रानी बाग में वर्ष 2014 से शेर नहीं हैं। साल 1998 में अफ्रीकी शेर अमर और एशियाई शेरनी अनीता से जन्मा जिमी, ज़ू का आख़िरी शेर और पर्यटकों के बीच बड़ा आकर्षण का केंद्र था। अदला-बदली के लिए कोई जानवर उपलब्ध नहीं है। पेंगुइन की अदला-बदली का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन उसकी देखरेख की महंगी लागत के कारण देशभर के चिड़ियाघरों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
