Uttar Pradesh

श्रीराम कथा का श्रवण पितरों के लिये कथांजली हैं : व्योम त्रिपाठी

सर्वप्रयास सीता रसोई ट्रस्ट मुरादाबाद के तत्वावधान में आयोजित नव दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरा दिन भक्तों को कथा का श्रवण कराते कथा व्यास व्योम त्रिपाठी।

मुरादाबाद, 07 सितम्बर (Udaipur Kiran) । सर्वप्रयास सीता रसोई ट्रस्ट मुरादाबाद के तत्वावधान में बुद्धि विहार स्थित चॉइस बैंक्वेट हाल में नौ दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथा व्यास व्योम त्रिपाठी के श्रीमुख से सर्वप्रथम रामचरित मानस की महिमा का सुंदर वर्णन किया गया तत्पश्चात शिव पार्वती विवाह का व्रतांत का श्रवण कराया गया। कथा व्यास ने कहा कि श्रीराम कथा का श्रवण पितरों के लिये एक प्रकार से कथांजली है जिससे समस्त पितरों को अत्यंत ही प्रसन्नता का अनुभव होगा।

कथा व्यास ने बताया कि सर्वप्रयास सीता रसोई ट्रस्ट द्वारा प्रतिवर्ष पितृपक्ष में ये जो धार्मिक कथा आयोजन किया जाता है इसका अत्यंत ही विशेष धार्मिक महत्व है। सनातन धर्म मे जिस प्रकार से पितृपक्ष में सभी लोग अपने अपने पितरों को विभिन्न माध्यमों से श्रधांजलि अर्पित करते हैं उसी तरह से सीता रसोई द्वारा पितृ-पक्ष में कराई जाने वाली ये कथा भी पितरों के लिये एक प्रकार से कथांजली है। कथा के अंतिम चरण में जब शिव-पार्वती विवाह की सजीव झांकी निकाली गई ।

दैनिक पूजन में मुख्य यजमान सुनील-शालिनी शर्मा, व दैनिक यजमान में संजीव-जूही शर्मा तथा पुनीत-नीतू अग्रवाल उपस्थित रहीं। सर्वप्रयास सीता रसोई ट्रस्ट के अध्यक्ष उदयभान सिंह ने बताया कि चंद्रग्रहण की वजह से आज की कथा के समय को परिवर्तित किया गया था, इसीलिए कथा सुबह 10: बजे से प्रारंभ हुई। सोमवार 8 सितंबर से दैनिक कथा अपने नियत समय अपराह्न 3 बजे से प्रारम्भ होगी। चंद्र ग्रहण के सूतक लगने से पूर्व कथा को विश्राम दिया गया और अंत में आरती के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल

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