CRIME

वीआईपी ट्रेड कंपनी फर्जीवाड़ा: मास्टरमाइंड लोकेश चौधरी और धीरज गिठानी गिरफ्तार, करोड़ों की ठगी का हुआ खुलासा

पकड़े गए आराेपी।

अजमेर, 5 अगस्त (Udaipur Kiran) । वीआईपी ट्रेड कंपनी के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो मुख्य आरोपित लोकेश चौधरी और धीरज गिठानी को अजमेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सूरत (गुजरात) से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपितों पर 25,000-25,000 का इनाम घोषित था। अब तक इस घोटाले में कुल चार आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपितों ने फर्जी वीआईपी ट्रेड फॉरेक्स कंपनी बनाकर दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद और सूरत जैसे शहरों में सेमिनार आयोजित किए, जहां निवेशकों को 8% से 12% मासिक मुनाफे का झांसा देकर लाखों रुपये का निवेश करवाया गया।

निवेशकों को कंपनी की वेबसाइट और ऐप पर फर्जी आईडी बनाकर डॉलर में निवेश और मुनाफा दिखाया जाता था, जबकि असल में कोई ट्रेडिंग नहीं की जा रही थी। लेन-देन के लिए आरोपी यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी और Binance Wallet का इस्तेमाल करते थे।

वीआईपी ट्रेड कंपनी के खिलाफ जिले के किशनगढ़ स्थित गांधी नगर और मदनगंज थानों में निवेशकों द्वारा अब तक 31 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं।

इन मामलों में पूर्व में बलवीर वैष्णव (कंपनी कॅरियर) और उसके सहयोगी नरेंद्र उर्फ नानू को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

25 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है, जिनमें करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है।

आरोपितों की चल-अचल संपत्तियों की जानकारी जुटाकर कुर्की की कार्रवाई की जा रही है।

कैसे करते थे ठगी?

उन्हाेंने बताया कि लग्जरी होटलों में सेमिनार कर निवेशकों को लालच दिया जाता था।

निवेश की गई राशि को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर ट्रांजैक्शन किया जाता।

आईडी बनाकर उस पर निवेश और मुनाफा फर्जी रूप से दर्शाया जाता था।

सुरक्षा के नाम पर चेक या जमीन के एग्रीमेंट भी किए जाते थे।

लेन-देन का अधिकांश हिस्सा कैश में होता था। जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में गठित टीम ने यह सफलता हासिल की।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार और वृत्ताधिकारी उमेश गौतम के निकट पर्यवेक्षण में थानाधिकारी संजय शर्मा के नेतृत्व में विशेष टीम ने आरोपितों तकनीकी निगरानी, सूचनाओं का विश्लेषण और गहन निगरानी के बाद यह गिरफ्तारी की।

गिरफ्तार आरोपितों में मास्टरमाइंड लोकेश चौधरी (उम्र 26) निवासी हरमाड़ा और धीरज गिठानी (उम्र 26) निवासी न्यू कॉलोनी कुचामन सिटी काे पकड़ा गया है। वंदिता राणा ने इस कार्रवाई को धोखाधड़ी के शिकार निवेशकों को न्याय दिलाने की दिशा में अहम कदम बताया और आम जनता से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की उच्च रिटर्न देने वाली योजनाओं में निवेश करने से पहले उसकी वैधता की जांच अवश्य करें|

—————

(Udaipur Kiran) / रोहित

Most Popular

To Top