
रामगढ़, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
आदिम जनजाति बिरहोर परिवार को संरक्षित करने के लिए झारखंड सरकार लगातार उन्हें सुविधा मुहैया करा रही है। दूसरी और कुछ असामाजिक तत्व बिरहोर परिवार को आवंटित जमीन पर अपना कब्जा जमा रहे हैं। रामगढ़ अंचल क्षेत्र के छतरमांडू से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। बुधवार को छतरमांडू से बिरहोर समाज का चार परिवार एसडीओ अनुराग कुमार तिवारी से मिलने पहुंचा। उन्होंने तत्काल इस मामले में जांच करने का निर्देश अंचल अधिकारी रमेश रविदास को दिया।
तत्काल होगी असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई : सीओ
अंचल अधिकारी रमेश रविदास ने बिरहोर परिवार की समस्या सुनी और उन्हें तत्काल सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। अंचल अधिकारी से मिलने पहुंचे शोभा बिरहोर, पूर्णिमा बिरहोर, बंधन बिरहोर, गुड़िया देवी, धनी बिरहोर, डुगरु बिरहोर , मनीषा कुमारी ने अपनी समस्या सुनाई। उन्होंने बताया कि जून महीने में जिला प्रशासन के द्वारा इन सभी परिवारों को चार-चार डिसमिल जमीन छतरमांडू में आवंटित की गई थी। जो जमीन उन्हें पट्टा बनाकर दिया गया था, वह सरकारी जमीन थी। जिस पर बिरहोर परिवार को रहने और बसने का पूरा अधिकार है। लेकिन गांव के ही कुछ लोगों की ओर से जिला प्रशासन से आवंटित जमीन पर कब्ज होने नहीं दिया जा रहा है। उस जमीन पर जो लोग विवाद करते हैं उनमें कमलेश मुंडा, लकलकवा मुंडा, जागेश्वर प्रजापति, जुगेश मुंडा सहित अन्य शामिल हैं।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
