

रामगढ़, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । सदर प्रखंड के छतरमांडू गांव में खाद्यान्न की कटौती को लेकर ग्रामीणों ने गुस्सा जाहिर किया। गुरुवार को ग्रामीण सड़क पर उतर आए और राष्ट्रीय राजमार्ग-23 को जाम कर दिया।
जाम की सूचना मिलते ही रामगढ़ अंचल अधिकारी रमेश रविदास पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद जिला आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता टोपो मौके पर पहुंची। उन्होंने खाद्यान्न की कटौती को लेकर डीलर को जिम्मेदार बताया।
डीलर ने किया गबन तो हुई प्राथमिकी
डीएसओ ने कहा कि इस गांव में पहले से बुढ़िया मंदिर महिला मंडल को खाद्यान्न वितरण की जिम्मेदारी सौंप गई थी। लेकिन उसके सदस्यों ने खाद्यान्न की कालाबाजारी की। गोदाम से अनाज गायब हुआ तो बुढ़िया मंदिर महिला मंडल के खिलाफ रामगढ़ थाने में एक साल पहले प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई। इसके बाद सरस्वती महिला समूह को गांव में खाद्यान्न वितरण करने का प्रभार सौंपा गया। लेकिन सरस्वती महिला समूह के की ओर से भी सही तरीके से खाद्यान्न का वितरण नहीं किया गया। लगभग 44 प्रतिशत खाद्यान्न उनके गोदाम में स्टॉक मौजूद था। इसकी वजह से उतना प्रतिशत खाद्यान्न की कटौती कर ही उन्हें अनाज उपलब्ध कराया जा रहा था। इस समूह को नवंबर 2024 से लेकर सितंबर 2025 तक लगातार प्रत्येक माह आवंटित खाद्यान्न में कटौती की गई, जिसके कारण लाभुक खाद्यान्न से वंचित रहे।
जल्द होगी ग्रामीणों के बीच खाद्यान्न की आपूर्ति
मौके पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता टोपो ने बताया कि उनकी ओर से खाद्य एवं उपभोक्ता निदेशालय को पत्र लिखा गया हैै। पत्र में अनुरोध किया गया है कि रद्द हुए जन वितरण प्रणाली विक्रेता बुढ़िया मंदिर महिला मंडल को खाद्यान्न आवंटित करने और कटौती रोकने के लिए निर्देश दिया जाए, ताकि ग्रामीणों के बीच खाद्यान्न वितरण में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारियों का निर्देश प्राप्त होते ही यह समस्या हल हो जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
