Delhi

चौधरी ब्रह्म प्रकाश का दूरदर्शी नेतृत्व आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा : विजेंद्र गुप्ता

दिल्ली विधानसभा में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ब्रह्म प्रकाश की 107वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करते विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता

-दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री चौधरी ब्रह्म प्रकाश की 107वीं जयंती पर विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों सहित अर्पित किए पुष्पांजलि श्रद्धासुमन

नई दिल्ली, 16 जून (Udaipur Kiran) । दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार को कहा कि “चौधरी ब्रह्म प्रकाश का दूरदर्शी नेतृत्व और उनकी अमर विरासत सदैव प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।” उन्होंने यह वक्तव्य दिल्ली विधानसभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी की 107वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दिया।

इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में अध्यक्ष गुप्ता के अलावा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, लोक निर्माण एवं विधायी कार्य मंत्री परवेश साहिब सिंह, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण, सहकारिता एवं निर्वाचन मंत्री इन्द्राज सिंह, नगर निगम के उपमहापौर जय भगवान यादव तथा मुख्य सचेतक अभय वर्मा भी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान चौधरी ब्रह्म प्रकाश के जीवन से जुड़ी दुर्लभ और ऐतिहासिक झलकियों की एक विशेष फोटो प्रदर्शनी भी विधानसभा परिसर में लगाई गई।

विजेंद्र गुप्ता ने अपने संबोधन में चौधरी ब्रह्म प्रकाश के योगदान को याद करते हुए कहा कि “15 मार्च 1979 को तत्कालीन नेता स्व. साहिब सिंह वर्मा द्वारा दिल्ली विधानसभा परिसर में चौधरी ब्रह्म प्रकाश की प्रतिमा की स्थापना की गई थी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि स्व. साहिब सिंह वर्मा स्वयं चौधरी ब्रह्म प्रकाश से गहराई से प्रभावित थे और उन्हें अपना राजनीतिक मार्गदर्शक मानते थे।

गुप्ता ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि विगत वर्षों में चौधरी ब्रह्म प्रकाश जैसे महान नेता को वैसा सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। उन्होंने बताया कि मात्र 32 वर्ष की आयु में वे वर्ष 1952 में दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री बने और बाद में चार बार संसद सदस्य के रूप में चुने गए—जो उनकी जनप्रियता को दर्शाता है।

उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी को एक आदर्श जननेता बताया और कहा कि “ऐसे महापुरुष सदैव जीवित रहते हैं। हमें उनकी विरासत को संरक्षित रखना चाहिए।

लोक निर्माण एवं विधायी कार्य मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि चौधरी ब्रह्म प्रकाश ने संसद में सदर और बाहरी दिल्ली क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और बाद में चौधरी चरण सिंह के साथ भी कार्य किया। उन्होंने यह भी स्मरण किया कि उनके पिता स्व. साहिब सिंह वर्मा ने वर्ष 1979 में चौधरी ब्रह्म प्रकाश का चित्र विधानसभा में स्थापित किया था।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव

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