
देहरादून, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिन्दी साहित्य समिति और राष्ट्रीय कवि संगम देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में आज देहरादून के एक स्थानीय होटल में डॉ. उषा झा रेणू द्वारा रचित काव्य संग्रह ‘छंद प्रभा’ का विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने विमोचन किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि एक महिला कवियित्री ने बहुत ही उत्कृष्ट रचना की है। इसमें समाज के हर पहलुओं को छुआ है। सामाजिक विसंगतियां, प्रकृति प्रेम, नारी उत्थान, पहाड़ों से पलायन, भक्ति प्रेम आदि पर आधारित रचनाएं दिल को छूने वाली हैं। उन्होंने कवियित्री डॉ ऊषा झा को बधाई दी।
कवियित्री डॉ उषा झा रेणू ने कहा कि छंद प्रभा काव्य संग्रह में छंदानुशासन का विधिवत पालन करते हुए कालजयी रचना प्रस्तुत की गई है। छंदो की शिल्प विधानों का उल्लेख और विधिवत पालन करते हुए कला पक्ष और और मानपक्ष का संयोग हुआ है।
साहित्यकार व कवि असीम शुक्ल ने भी पुस्तक के सभी पक्षों पर विचार व्यक्त किए। डा. राम विनय सिंह ने कहा कि मार्मिक, वर्णक, धनाक्षरी, गीतिका, हरि गीतिका, सवैया आदि का सृजन छंदों की सुदंरता अद्भुत है। छंदों का शिल्प विधान का उल्लेख भी सराहनीय है। डा. सुधा रानी पांडेय ने छंदों पर विस्तार से विचार रखे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति दून विश्व विद्यालय प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा कि विभिन्न छंदों का प्रयोग बहुत ही सटीकता से किया गया है। छंदों के शिल्प विधान का उल्लेख भी सराहनीय है। इससे साहित्य कोष की अभिवृद्धि होगी और नये छंद लिखने वालों को प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साहित्यकार मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
