


जौनपुर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना 29 अगस्त 1964 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर भारत की संत समाज के आशीर्वाद के साथ हुई थी। आज इसके 61 वर्ष पूरे हुए। इस अवसर पर रविवार को नगर के गुलाबी देवी इंटर कॉलेज में विहिप ने स्थापना दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न हिन्दू सनातनियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। मुख्य वक्ता के रूप में प्रान्त संगठन मंत्री नितिन ने बताया कि विहिप का उद्देश्य हिन्दू समाज को संगठित करना, हिन्दू धर्म की रक्षा करना और समाज की सेवा करना है।
उन्हाेंने कहा कि भारत के लाखों गांवों और कस्बों में विहिप को एक मजबूत, प्रभावी, स्थायी और लगातार बढ़ते हुए संगठन के रूप में देखा जा रहा है। दुनिया भर में हिन्दू गतिविधियों में वृद्धि के साथ, एक मजबूत और आत्मविश्वासी हिन्दू संगठन धीरे-धीरे आकार ले रहा है। स्वास्थ्य – शिक्षा,आत्म-सशक्तिकरण आदि के क्षेत्रो में विभिन्न सेवा परियोजनाओं के माध्यम से विहिप हिन्दू समाज की जड़ो को मजबूत कर रहा है। लव जिहाद जैसी सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के निरंतर प्रयासों के माध्यम से, समाज को विमुक्त और अंतर्निहित हिन्दू एकता को पुनर्जाग्रत करने के लिए समाज का कायाकल्प कर रही है। विहिप अपने मूल मूल्यों, विश्वासों और पवित्र परम्पराओं की रक्षा के लिए श्री रामजन्मभूमि, श्री अमरनाथ यात्रा, श्री रामसेतु, श्री गंगा रक्षा, गौ रक्षा, हिन्दू मठ-मंदिर मुद्दा, ईसाई चर्च द्वारा हिंदुओं का धर्मांतरण, इस्लामी आतंकवाद, बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठ जैसे मुद्दों को उठाकर हिन्दू समाज की अदम्य शक्ति के रूप में स्वयं को स्थापित कर रही है।
हिन्दू धर्म के सभी सम्प्रदायों (धर्मों) के सभी धर्माचार्यों का एक मंच पर एकत्रीकरण विहिप की सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में देखी जा सकती है। कार्यक्रम का संचालन विभाग समरसता प्रमुख कमलापति तिवारी ने एवं अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विमल सिंह ने किया। मुख्य रूप से प्रान्त नैतिक शिक्षा प्रमुख उदयराज सिंह, विभाग मंत्री समर बहादुर सिंह, विभाग संगठन मंत्री सत्येंद्र, प्रान्त के मिलन केंद्र प्रमुखआशुतोष सिंह, सुनील मौर्या ने समस्त आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
