
– मुख्यमंत्री ने रोजगार आधारित शिक्षा पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला को किया संबोधित
भोपाल, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश दूध उत्पादन में देश में तीसरे स्थान पर है और अब हम पहले स्थान पर आने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। वर्तमान में हमारे पास 6 करोड़ से अधिक पशुधन है। इसलिए हमें अब इसके लिए ज्यादा वेटरनरी विशेषज्ञों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह आवश्यकता सिर्फ एक कॉलेज से पूरी नहीं हो सकती है। इसलिए, प्रदेश के सभी कॉलेजों में वेटरनरी से जुड़ी शिक्षा शुरू की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में ‘विकसित भारत@2047 अंतर्गत रोजगार आधारित शिक्षा: रुझान एवं नए अवसर’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में 70 से ज्यादा विश्वविद्यालय हैं। हमने अपने सभी विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर का नाम बदलकर कुलगुरु कर दिया। इस पहल को देश में स्वीकारता मिल रही है, यह हमारे लिए गर्व की बात है। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय ने भी हमारा अनुसरण किया है और वहां भी वाइस चांसलर का नाम बदलकर कुलगुरु कर दिया गया है। डॉ. यादव ने कहा कि आज की बदलती दुनिया में शिक्षा सिर्फ डिग्री पाने का साधन नहीं, बल्कि रोजगार और आत्मनिर्भरता की कुंजी बन गई है। इसी सोच के साथ शुरू हुई कार्यशाला में शैक्षणिक संस्थानों में रोजगारोन्मुखी शिक्षा को बढ़ावा देने और युवाओं को नए अवसरों के लिए तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया जाएगा।
इस दौरान आईयूएसी नई दिल्ली के निदेशक मुख्य वक्ता डॉ. एसी पांडे ने तकनीकी बदलावों और नवाचारों से पैदा हो रहे रोजगार के नए आयामों पर विस्तृत विचार साझा किए। कार्यशाला में इंजीनियरिंग, जीवन विज्ञान, कौशल विकास और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र आयोजित कर भविष्य के अवसरों पर गहन विमर्श किया जायेगा। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र नई दिल्ली के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन और विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलसचिव, प्राचार्य, प्रबुद्धजन, शिक्षाविद और विषय-विशेषज्ञ शामिल हैं।
कार्यशाला का सीधा प्रसारण दूरदर्शन, फेसबुक लाइव, ट्विटर और यूट्यूब पर किया गया है। राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सभी सरकारी, अनुदान प्राप्त और निजी महाविद्यालयों में कार्यशाला का सीधा प्रसारण दिखाया जाए।
जारी….
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत
